लखनऊ के केजीएमयू में एक हादसे में घायल रवि का भर्ती किया गया था जहां उसका ब्रेन डेड हो गया था। जिसके बाद वहां के डाक्टरों ने उनके परिजनों का समझाया कि रवि के अंगों को दान कर वह कई लोगों की जिंदगी को रौशन कर सकते हैं। जिसके बाद उसके परिवार वाले इसके लिए तैयार हो गए और उन्होंने रवि के अंगों को दान कर दिया।