Kishore
(Search results - 26)NewsJan 28, 2020, 7:28 AM IST
जदयू की अहम बैठक, लेकिन पीके रहेंगे बाहर
जनता दल यूनाइटेड की पटना में अहम बैठक होने जा रही है। ये बैठक भी इसलिए अहम मानी जा रही है कि नागरिकता कानून को लेकर पार्टी के उपाध्यक्ष और रणनीतिकार प्रशांत किशोर और पार्टी महासचिव पवन वर्मा ने पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोला है।
NewsJan 25, 2020, 8:16 PM IST
नीतीश की फटकार के बाद पीके खामोश! बोले, दिल्ली के नतीजों के बाद करेंगे बिहार पर बात
दो दिन पहले ही नीतीश कुमार ने साफ किया था कि पार्टी के भीतर अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए उन्होंने पार्टी के महासचिव पवन वर्मा के लिए यहां तक कह दिया था कि अगर उन्हें कहीं और जाना है तो वह जा सकते हैं। इसके बाद उन्होंने पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के लिए भी कड़ा संदेश दिया था कि नागरिकता संसोधन कानून को लेकर पार्टी की आम राय थी और इसी पर फैसला किया गया है।
NewsJan 24, 2020, 8:03 AM IST
जदयू में बन रही है आम राय, पीके और पवन से मुक्ति ही आखिर उपाय
जदयू प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पीके और पवन कुमार के बयानों को लेकर काफी नाराज बताए जा रहे हैं। लिहाजा इन दोनों पर सख्त कार्यवाही को लेकर भी उन पर दबाव है। क्योंकि पार्टी के नेताओं का मानना है कि इन दोनों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर पार्टी में अनुशासनहीनता करने वाले नेताओं को भी एक सबक मिलेगा।
NewsJan 23, 2020, 11:16 AM IST
सीएए पर बागियों को नीतीश की दो टूक जिसे जाना है तो जाएं, पीके को भी मिली नसीहत
पवन वर्मा नागरिकता कानून को लेकर नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ था। वह पार्टी के महासचिव हैं। पवन वर्मा ने नागरिकता कानून को लेकर पार्टी नेतृत्व पर ही सवाल उठाए थे। हालांकि नीतीश कुमार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके बाद जब दिल्ली में भाजपा ने जदयू के लिए दो सीटें छोड़ी तो पवन वर्मा एक बार फिर नीतीश कुमार के खिलाफ बयान देने लगे।
NewsJan 20, 2020, 6:14 PM IST
नीतीश ने पीके को दिया झटका, पार्टी के स्टार प्रचारकों में नाम गायब
दिल्ली विधानसभा में जनता दल यूनाइटेड भी प्रत्याशी उतार रहा है। जदयू ने भाजपा के साथ दिल्ली में गठबंधन नहीं किया है। लिहाजा वह कई सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार रहा है। पार्टी उन सीटों पर प्रत्याशी उतार रही है जहां पर पूर्वांचल मूल लोगों की संख्या ज्यादा है।
NewsDec 14, 2019, 2:18 PM IST
सिटीजन बिल और नीतीश कुमार के विरोध जरिए राष्ट्रीय राजनीति में जमीन तैयार कर रहे हैं पीके!
प्रशांत किशोर नागरिकता संशोधन विधेयक पर पार्टी का लाइन के विपरीत बयान दे रहे हैं। जबकि पीके को पार्टी कई बार चेता चुकी है। लेकिन पीके के सुर नरम नहीं पड़ रहे हैं। हालांकि पीके को नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है। लिहाजा अभी तक उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है। लेकिन पार्टी के नेता मानते हैं कि अगर पीके के यही रवैया रहा तो आने वाले दिनों में उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जा सकती है।
NewsJun 9, 2019, 4:29 PM IST
क्या एनडीए से अलग होने के लिए नीतीश कुमार ने चल दी चाल
पटना में जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी चल रही है। इसमें नीतीश कुमार ने जो ऐलान किया है। उससे इस बात को समझा जा सकता है कि आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति में और बदलाव आने वाले हैं। नीतीश कुमार की राज्य के विपक्षी दलों से नजदीकियां बढ़ रही हैं। आरजेडी भी अब नीतीश कुमार की तारीफ कर रही है।
NewsJun 7, 2019, 4:19 PM IST
क्या सचमुच नीतीश कुमार के ‘पेट में दांत’ है?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पेट में दांत है! राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू यादव अक्सर ये आरोप लगाते हैं। दरअसल ‘पेट में दांत’ के इस मुहावरे का अर्थ है ‘गैरभरोसेमंद होना’। यानी लालू नीतीश को भरोसे के लायक नहीं समझते हैं। मोदी सरकार के दूसरी बार शपथ ग्रहण के बाद नीतीश की गतिविधियां देखकर लगता है कि उनके बारे में लालू यादव का संदेह शायद सही था।
NewsFeb 10, 2019, 2:51 PM IST
लखनऊ में पीके का फार्मूला अपनाएगी प्रियंका, जानें क्या है मामला
राष्ट्रीय महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी बनकर पहली बार लखनऊ आ रहीं प्रियंका गांधी लखनऊ में कभी कांग्रेस के रणनीतिकार रहे और अब जनता दल यूनाइटेड के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर यानी पीके का फार्मूला अपनाएगी।
EntertainmentJan 13, 2019, 2:35 PM IST
‘Jab We Met’ के अभिनेता किशोर प्रधान का निधन
फिल्म ‘जब वी मेट’ में स्टेशन मास्टर का किरदार निभाने वाले अभिनेता किशोर प्रधान का शुक्रवार को 86 साल की उम्र में निधन हो गया।
NewsJul 25, 2018, 7:24 PM IST
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कराया पीएम पद के लिए सर्वे, नतीजे के बाद राहुल...
साल 2014 का चुनाव भारतीय राजनीति में हर लिहाज से अलग था। रणनीतिक कौशल के दम पर लड़े गए इस चुनाव के बाद देश में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी। अब 2019 के लोकसभा चुनाव में एक साल से कम का समय रह गया है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, क्या राहुल गांधी पीएम मोदी को टक्कर दे पाएंगे?