भाजपा ने जातीय समीकरणों को देखते हुए स्वतंत्र देव सिंह को प्रदेश की कमान सौंपी है। स्वतंत्र देव सिंह की संगठन में अच्छी पकड़ मानी जाती है। लिहाजा 2022 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए सिंह की नियुक्ति की गयी है। 2017 का विधानसभा चुनाव भी भाजपा ने पिछड़े वर्ग के नेता केशव प्रसाद मौर्या के नेतृत्व में लड़ा था।