भारतीय राजनीति में एक अटल पहचान बना चुके पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन में एक बार ऐसा भी पल आया। जब जिस लखनऊ को उन्होंने अपनी कर्मभूमि बनाया। उसी लखनऊ के नगर निगम ने उनका नाम वोटर लिस्ट के काट दिया। हालांकि तकनीकी तौर पर नगर निगम का कहना था कि वह यहां नहीं रहते हैं। लेकिन अटल के नाम काटे जाने का लखनऊ के पार्षदों ने जबरदस्त विरोध किया था।