नागेशु पात्रा रात में कुली का काम करते हैं और दिन में गेस्ट लेक्चरर की नौकरी करते हैं। जो वक़्त बचता है वो गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने में गुज़ारते हैं। कुली का काम करके नागेशु ने अपनी पढाई पूरी किया। गरीब बच्चों के लिए कोचिंग इंस्टीट्यूट खोला जहां आठवीं से लेकर 12 वीं तक बच्चों को निशुल्क पढ़ाया जाता है।