राज्य सरकार के इस फैसले के बाद भाजपा आक्रामक हो गई थी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई नेताओं ने इस फैसले का विरोध किया था। इसके बाद भाजपा को बैठे बैठाए एक बड़ा मुद्दा मिल गया। अगले कुछ महीनों में लोकसभा चुनाव होने हैं और राज्य सरकार का ये फैसला सरकार के लिए मुसीबत बन सकता था। लिहाजा इस फैसले को वापस लेना ही राज्य सरकार ने बेहतर समझा।