मेरठ और अलीगढ़ जिला प्रशासन ने सड़क पर पढ़ी जानी वाली नमाज को घरों की छतों पर पढ़े जाने के लिए मौलवियों और मौलानाओं से बातचीत की। यही नहीं इन दोनों जिलों में सार्वजनिक स्थलों पर नमाज पढ़ने और पूजा करने के लिए प्रतिबंध लग चुका है। उन्होंने इस अपनी रजामंदी दी और मेरठ में अब सड़कों के बजाए घरों की छतों पर नमाज पढ़ी जा रही है। लिहाजा इसकी सफलता को देखते हुए अब सरकार इसे पूरे प्रदेश में लागू करने की तैयारी कर रही है।