मध्य प्रदेश के कई शहरों में एमएच के टैक्सी और ऑटो आसानी से देखे जा सकते हैं। जिनमें इन ऑटो चालक का परिवार है और कुछ जरूरी सामने के साथ ये वापस अपने गांवों की तरफ जा रहे हैं। महाराष्ट्र के ऑटो चालक यूनियन के लोगों का कहना है कि रोजाना 20 से 50 ऑटो रिक्शा चालक समूहों में मुंबई छोड़ रहे हैं और यूपी बिहार और अन्य राज्यों में जा रहे हैं।