प्रज्ञा शर्मा उत्तर प्रदेश की पहली दास्तानगो हैं, जो देश विदेश में अब तक सैकड़ो दास्तान के शो कर चुकी हैं। जब वह बोलती है तो उनके लहजे में लखनऊ बोलता है। जुबान और तलफ़्फ़ुज़ ने प्रज्ञा को स्टेज पर बेइंतेहा इज्जत और शोहरत से नवाज़ा। हालांकि दास्तान गोई का सफर इतना आसान नहीं था। इसके लिए प्रज्ञा ने अपनी जमी जमाई नौकरी छोड़ दी जिसे लेकर उनके परिवार में उनका विरोध हुआ। लेकिन प्रज्ञा ने अपने दिल की सुनी। मां-बाप को समझाया और आज वह पूरी दुनिया में अपनी दास्तान के जरिए लखनऊ का नाम रोशन कर रही हैं।