पूरब से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक कई नेताओं ने पिछले तीन महीनों में कांग्रेस का हाथ छोड़कर अन्य दलों का दामन थामा है। कई नेता तो ऐसे हैं जिन्होंने अपने जीवन का आधा दशक पार्टी को दिया। लेकिन आज नए नेतृत्व द्वारा तवज्जो न मिलने के कारण पार्टी को अलविदा कहना ही बेहतर समझा। असल में कांग्रेस छोड़ने की कहानी 2014 के लोकसभा चुनाव से ही शुरू हो गयी थी। लेकिन राहुल गांधी द्वारा पार्टी की कमान संभालने के बाद नेताओं का पार्टी से मोहभंग कुछ ज्यादा ही हुआ। लेकिन लोकशभा 2019 के शुरू होते ही कांग्रेस को छोड़ने वालों का तो तांता ही लग गया।