असल में इस साल की शुरूआत के पहले दिन सचिवालय में वंदे मातरम नहीं गूंजा, क्योंकि कांग्रेस सरकार ने इस गान के गाने पर रोक लगा दी थी. जिसके बाद राज्य सरकार को भाजपा ने कठघरे में खड़ा करना शुरू कर दिया था और कांग्रेस ने भी भाजपा के हाथ बैठे बिठाए इस बड़े मुद्दे को दे दिया.