Riot
(Search results - 48)NewsApr 9, 2019, 4:14 PM IST
कांग्रेस के स्लोगन 'अब होगा न्याय' पर पीएम मोदी बोले, अब 'न्याय होना पक्का है'
कर्नाटक के चित्रदुर्ग में पीएम मोदी ने कहा, बोफोर्स घोटाला करने वालों के साथ अब 'न्याय होना पक्का है'। सिख दंगा करने वालों के साथ अब 'न्याय होना पक्का है'।
NewsApr 8, 2019, 3:05 PM IST
1984 सिख दंगा मामलाः सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से सज्जन कुमार पर चल रहे मामले की स्थिति रिपोर्ट मांगी
- सीबीआई ने सज्जन कुमार की ओर से दाखिल जमानत याचिका का विरोध किया है। शीर्ष कोर्ट ने सीबीआई से पूछा अगर सज्जन कुमार को जमानत दी जाती है तो क्या वह परेशानी का सबब बनेंगे?
NewsMar 19, 2019, 6:37 PM IST
बलिया में दंगे की आशंका
बलिया जिला प्रशासन ने आशंका जाहिर की है कि 2019 के लोक सभा चुनाव के पहले दंगे हो सकते हैं।
NewsMar 19, 2019, 5:13 PM IST
योगी आदित्यनाथ ने पेश किया दो साल का रिपोर्ट कॉर्ड, यूपी में एक भी दंगा न होने का दावा
दो साल का कार्यकाल पूरा करने वाले यूपी के सीएम ने कहा, भाजपा सरकार के दौरान एक भी दंगा नहीं हुआ। पिछली सरकारों के कार्यकाल में दंगों के रिकॉर्ड टूट गए थे।
NewsMar 7, 2019, 6:54 PM IST
सिख दंगा मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार की मुश्किल बढ़ी, पति और बेटा गंवाने वाली गवाह अपने बयान पर कायम
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद दिल्ली में हुए 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में अहम गवाह चाम कौर अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने कहा कि वह फिर कहना चाहती है कि कांग्रेस नेता सज्जन कुमार ही दंगाइयों को निर्देश दे रहे थे।
NewsFeb 6, 2019, 5:34 PM IST
पश्चिम उत्तर प्रदेश के लिए योगी सरकार ने खेला बढ़ा दांव, मुज्जफरनगर दंगों से जुड़े केस वापस लेगी सरकार
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा दांव चल दिया है। योगी सरकार ने फैसला किया है कि वह मुजफ्फरनगर दंगों से जुड़े 38 केस वापस लेगी। इस फैसले के बाद 100 से ज्यादा आरोपियों पर दर्ज मुकदमे वापस होंगे।
NewsJan 23, 2019, 2:30 PM IST
गुजरात दंगा मामले में चार लोगों को सुप्रीम कोर्ट से जमानत
सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात के नरोदा पाटिया दंगा मामले में चार दोषियों को जमानत दे दिया है। जिन लोगों को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है उसमें उमेशभाई भरवाड़, राजकुमार, हर्षद और प्रकाश भाई राठौड़ शामिल है।
NewsJan 14, 2019, 8:54 AM IST
सुप्रीम कोर्ट आज करेगा सज्जन कुमार की अपील पर सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट पूर्व कांग्रेसी नेता और दिल्ली हाईकोर्ट से उम्रकैद की सजा पाए सज्जन कुमार की अपील पर आज सुनवाई करेगा. सज्जन कुमार ने दिल्ली हाईकोर्ट में अपनी जमानत की अर्जी दायर की थी, जिसे कोर्ट ने ठुकरा दिया था. आज सुप्रीम कोर्ट इस मामले में सुनवाई करेगा.
NewsDec 31, 2018, 6:55 PM IST
1984 सिख विरोधी दंगा मामले में सज्जन कुमार से जुड़ा घटनाक्रम, जानिये कब क्या हुआ
1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के सिख विरोधी दंगों से जुड़े एक मामले में आजीवन कारावास की सजा पाए पूर्व कांग्रेस नेता सज्जन कुमार ने सरेंडर कर दिया है। दिल्ली हाईकोर्ट ने सज्जन कुमार को इस मामले में 17 दिसंबर को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
NewsDec 31, 2018, 6:47 PM IST
1984 दंगेः सिख नेता बोले, हर दोषी को कानून के कठघरे में लाए जाने तक चैन से नहीं बैठेंगे
दिल्ली हाईकोर्ट ने सज्जन कुमार को इस मामले में 17 दिसंबर को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। सजा मिलने के बाद कुमार ने कांग्रेस की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था।
NewsDec 17, 2018, 9:33 PM IST
1984 सिखों का नरसंहारः 34 साल से रिसते ज़ख्म
31 अक्टूबर, 1984 को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके अंगरक्षकों द्वारा गोली मारकर की गई हत्या के बाद दिल्ली में सिखों का कत्ल-ए-आम शुरु हो गया। दो नवंबर दिल्ली छावनी के राजनगर में दंगाइयों ने केहर सिंह, गुरप्रीत सिंह, रघुविंदर सिंह, नरेंद्र पाल सिंह और कुलदीप सिंह की बर्बर हत्या कर दी। इस मामले में 21 साल बाद 2005 में सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर दर्ज की। इसके लिए पीड़ितों की शिकायत और नानावटी आयोग की सिफारिशों को आधार बनाया गया। दंगों के 26 साल बाद 13 जनवरी 2010 को आरोपपत्र दाखिल हुआ लेकिन 30 अप्रैल 2013 को कांग्रेस नेता सज्जन कुमार निचली अदालत से बरी हो गए। हालांकि 17 दिसंबर, 2018 को दिल्ली हाईकोर्ट ने आपराधिक साजिश, दंगा भड़काने में सभी 6 को दोषी माना और सज्जन कुमार, कैप्टन भागमल, गिरधारी लाल, बलवान खोकर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। वहीं किशन खोकर और महेंद्र यादव को 10 साल की सजा दी गई।
NewsDec 17, 2018, 8:38 PM IST
1984 सिख विरोधी दंगेः जब रक्षक भी बन गए थे भक्षक
कोर्ट के फैसले में ऐसे कई उदाहरण हैं, जिनसे उस समय दिल्ली पुलिस का रवैया बेनकाब होता है। यह दर्शाता है कि कैसे दिल्ली पुलिस कानून का पालन करने के बजाय अपने राजनीतिक आकाओं के इशारों पर काम कर रही थी।
NewsDec 17, 2018, 5:00 PM IST
खुशवंत सिंह ने अपने नावेल में लिखी थी सिख दंगों की आंखों देखी... मैं अपने ही देश में शरणार्थी था क्योंकि मैं सिख था
असल में 5 जून 1984 को भारतीय सेना स्वर्ण मंदिर में घुसी थी और सिंह ने इस सम्मानित अवार्ड को वापस कर दिया था। उन्होंने अपनी पुस्तक में लिखा है कि ‘एक गहरा अवसाद मेरी आत्मा में प्रवेश कर रहा था और मैं बार बार पूछता हूं कि क्या मैं सिख हूं। मैं निश्चित तौर से भिंडरवाला ब्रांड नहीं हूं और ना ही गुरूद्वारा भाई ब्रांड। मुझे ये याद नहीं कि मैं कब पिछली बार गुरुद्वारा गया।
ViewsDec 13, 2018, 4:51 PM IST
आखिर क्यों सिख दंगों का दाग होने पर भी कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाना कांग्रेस की मजबूरी है ?
समय- 1 नवंबर 1984, जगह- दिल्ली का रकाबगंज गुरुद्वारा। जहां पर मौजूद थे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ, जो कि जल्दी ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस के मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे। रकाबगंज गुरुद्वारा वो जगह है जहां ‘हिंद की चादर प.पू. गुरु तेगबहादुर जी’ का अंतिम संस्कार किया गया था। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद इसी जगह पर भयानक दंगा हुआ जिसमें सिखों को बेरहमी से मौत के घाट उतारा गया। जिसका आरोप लगा कमलनाथ पर। आज कांग्रेस सिख दंगे के सभी आरोपियों से लगभग पल्ला झाड़ चुकी है। लेकिन मध्य प्रदेश में कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाना उसकी मजबूरी है। जानिए क्यों-
NewsNov 21, 2018, 3:58 PM IST
1984 फैसलाः पीड़ित बोले, उड़ने वाली है सज्जन कुमार, टाइटलर की नींद
11 परिजनों को गंवाने वाली गंगा कौर बोलीं, अब हम मगरमच्छ के फंसने का इंतजार कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि यह इसी सरकार के शासन में मुमकिन है।