समय- 1 नवंबर 1984, जगह- दिल्ली का रकाबगंज गुरुद्वारा। जहां पर मौजूद थे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ, जो कि जल्दी ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस के मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे। रकाबगंज गुरुद्वारा वो जगह है जहां ‘हिंद की चादर प.पू. गुरु तेगबहादुर जी’ का अंतिम संस्कार किया गया था। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद इसी जगह पर भयानक दंगा हुआ जिसमें सिखों को बेरहमी से मौत के घाट उतारा गया। जिसका आरोप लगा कमलनाथ पर। आज कांग्रेस सिख दंगे के सभी आरोपियों से लगभग पल्ला झाड़ चुकी है। लेकिन मध्य प्रदेश में कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाना उसकी मजबूरी है। जानिए क्यों-