फिलहाल पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं से कर्ज की गुहार लगा रहा है। लेकिन वहां की बिगड़ती अर्थव्यवस्था को देखते हुए ये संस्थाएं भी कर्ज देने को तैयार नहीं है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष फिलहाल पाकिस्तान को कर्ज देने को तैयार हो गया है। वहीं पाकिस्तान लगातार चीन से कर्ज ले रहा है और चीन भी अपनी शर्तों पर उसे कर्ज दे रहा है।