गोरखपुर की यशी उन तमाम स्टूडेंट्स के लिए मिसाल है जो विफलता पर बहाने बनाते हैं। यशी सेरेब्रल पाल्सी नाम की बीमारी से जूझ रही थी। सात साल की उमर तक उसके हाथ-पांव काम नहीं करते थे और वह पूरे वक्त बिस्तर पर ही पड़ी रहती थी, लेकिन आज यशी ना सिर्फ अपने पैरों पर खड़ी हुई है, बल्कि उसका सेलेक्शन देश के सबसे पुराने कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में भी हो गया है।