असल में माना जा रहा है कि चीफ सेक्रेटरी के लिए दो गुट अपने अपने अफसरों का समर्थन कर रहे हैं। जिसके कारण फैसला नहीं हो सका। हालांकि योगी सरकार केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति में कार्य कर रहे संजय अग्रवाल और दुर्गाशंकर मिश्रा में से किसी एक नाम पर मोहर आने वाले दिनों में लगा सकती है। लेकिन इस दौड़ में बाजी कौन मारेगा। ये लॉबिंग तय करेगी। डॉ. अनूप चन्द्र पांडेय 31 अगस्त को रिटायर हो गए हैं। लिहाजा चीफ सेक्रेटरी की नियुक्ति न होने के कारण 1985 बैच के आरके तिवारी को कार्यवाहक मुख्य सचिव के पद पर तैनाती दे दी गई है।