Uttrakhand
(Search results - 5)NewsNov 22, 2023, 6:00 PM IST
चंद पलों का इतंजार, जल्द बाहर आएंगी उत्तरकाशी में टनल में फंसी 41 जिंदगियां
uttarkashi tunnel collapse: 11 दिन से उत्तरकाशी स्थित टनल में फंसे मजदूरों का जल्द बाहर निकाल लिया जाएगा। अभी तक 70 फीसदी ड्रिलिंग का काम पूरा हो गया है,60-70 मीटर की ड्रिंलिंग रह गई अगर कोई रुकावट नहीं आती है तो आज रात या कल सुबह तक 41 मजदूर बाहर आ जाएंगे।
LifestyleOct 5, 2023, 3:52 PM IST
येे है भारत की सबसे डरावनी झील, पानी देखते ही चीख पड़ते हैं लोग
Roopkund lake mystery: उत्तराखंड में स्थित रुपकुंड झील (roopkund lake) को नरकंकाल झील के नाम से जाना जाता है। ये भारत की सबसे डरावनी झील हैं। रूपकुंड झील के अंदर 200 से ज्यादा नरकंकाल है।
NationAug 11, 2018, 12:19 PM IST
शौहर ने अदालत में लगाई गुहार, '...उधार दी मेरी बीवी वापस दिलाओ'
रूपये पैसे या फिर कोई गाड़ी या चीज़ उधार देने की बात तो आपने सुनी होगी पर क्या ऐसा भी सुना है कि कोई अपनी बीवी ही किसी को उधार दे दे। हैरानी तो होती है पर ये सच है और इसपर यकीन करना पड़ेगा।
NewsAug 10, 2018, 3:50 PM IST
गुरेज में शहीद हुए हमीर सिंह और मंदीप सिंह को अंतिम विदाई
जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा के गुरेज सेक्टर में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहादत देने वाले उत्तराखंड के सपूतों राइफलमैन मंदीप रावत और हमीर सिंह पोखरियाल का बृहस्पतिवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। मंदीप सिंह रावत का कोटद्वार के गाडी घाट पर जबकि हमीर सिंह पोखरियाल का ऋषिकेश स्थित पूर्णा नंद घाट मे राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। हजारों की संख्या में लोग शहीदों को अंतिम विदाई देने पहुंचे। 'भारत माता की जय। हमीर सिंह अमर रहे, मंदीप सिंह अमर रहे, जबतक सूरज चांद रहेगा हमीर तेरा नाम रहेगा' जैसे नारों के साथ शहीदों की अंतिम यात्रा निकली।
NewsAug 10, 2018, 3:33 PM IST
उत्तरकाशी में खीर गंगा की प्राकृतिक झील टूटी, धराली में तबाही
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भारी बारिश के कारण झिंडा बुग्याल एरिया में भारी भूधसाव हो गया था। यहां खीर गंगा पर एक प्राकृतिक झील बन गई थी। अब यह झील अचानक टूट गई। इसका पानी गंगोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव धराली में घुस गया। इस कारण गंगोत्री हाईवे पर मलवा जम गया। लगभग 50-60 दुकानों में भी पानी एवं मलवा घुस गया है। मलवे की चपेट में प्राचीन कल्प केदार मंदिर का एक हिस्सा भी आ गया है।