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(Search results - 26)Beyond NewsAug 10, 2021, 12:44 PM IST
Love Jihad से परे एक मिसाल: मुस्लिम परिवार ने 10 साल तक अनाथ बच्ची को पाला, फिर हिंदू लड़के से कराई शादी
देश में लव जिहाद को लेकर मचे विवाद के बीच कर्नाटक में एक मुस्लिम परिवार ने अनाथ लड़की की हिंदू लड़के से शादी कराकर एक मिसाल पेश की।
NewsMay 8, 2020, 8:19 PM IST
व्हाइट हाउस ट्रंप करा रहे हैं वैदिक मंत्रों का जाप, जानें क्यों
अमेरिका में कोरोना का कहर जारी है और हजारों की संख्या में लोगों की मौत हो गई है। वहीं देश में लॉकडाउन चल रहा है। लिहाजा कोरोना से मुक्ति दिलाने के लिए अमेरिका में प्रार्थना सभा की है। इस प्रार्थना में कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और कुशलता की कामना की गई।
SpiritualitySep 10, 2019, 9:03 AM IST
वेदों में वर्णित पांच तत्वों के अलावा छठा तत्व विज्ञान भी नहीं तलाश पाया
प्राचीन भारतीय वेदों के पूरी तरह विज्ञान आधारित होने का सबसे बड़ा प्रमाण यह है कि जिन पांच तत्वों की बात वेदों में की गई है। उनके अलावा कोई भी छठा तत्व अभी तक आधुनिक विज्ञान तलाश नहीं पाया है। वेदों में समस्त ज्ञान इसलिए समाहित है क्योंकि यह भारतीयों के लाखों सालों के शोध और प्राकृतिक अनुभवों का निचोड़ है, जिसमें समस्त ज्ञान विज्ञान का निवास है।
SpiritualitySep 4, 2019, 9:05 AM IST
फिर से अंगड़ाई लेकर जग रहा है हमारा प्राचीन ज्ञान विज्ञान
लगभग 1200 सालों की गुलामी ने भारत के ज्ञान विज्ञान को सुप्त कर दिया। अविवेकी, विलासी और लालची विदेशी शासकों ने एक साजिश के तहत भारतीयों के ज्ञान विज्ञान को पतित करने का हर संभव प्रयास किया। लेकिन ज्ञान को दबाना किसी तरह भी संभव नहीं है। आज स्वतंत्र भारत प्रतिदिन ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में प्रतिदिन नए प्रतिमान गढ़ रहा है। मंगलयान, चंद्रयान, मिसाइल तकनीक जैसी अनंत उपलब्धियां हासिल की हैं। यह केवल भारतीयों के लिए ही संभव है, क्योंकि हमारे वेदों और शास्त्रों में अनंत ज्ञान उपलब्ध है, जो भारतीयों के डीएनए में शामिल है।
SpiritualityAug 31, 2019, 7:53 AM IST
स्वयं भगवान शिव से उत्पन्न है भारतीय जीवन का आधार 'संगीत'
संगीत से भारत का बहुत बड़ा नाता है। भारतीय शास्त्रीय संगीत पूरे विश्व की अद्भुत कला विरासत है। संगीत का हमारे जीवन से इतना लगाव इसलिए है क्योंकि ध्वनियों के संयोजन की पद्धति सबसे पहले भारत में निकाली गई यानी उसका व्याकरण रचा गया। सुर बनाए गए और उन्हें ताल देने के लिए वाद्य तैयार किए गए। संगीत की उत्पत्ति महादेव से मानी जाती है।
SpiritualityAug 30, 2019, 8:48 AM IST
संस्कृत है दुनिया की पहली भाषा और सनातन धर्म से है सभी संस्कृतियों की शुरुआत
कुछ लोग सनातन संस्कृति की शुरुआत को सिंधु घाटी की सभ्यता से जोड़कर देखते हैं। जो गलत है। वास्तव में संस्कृत और कई प्राचीन भाषाओं के इतिहास के तथ्यों के अनुसार प्राचीन भारत में सनातन धर्म के इतिहास की शुरुआत ईसा से लगभग 13 हजार पूर्व हुई थी अर्थात आज से 15 हजार वर्ष पूर्व। इस पर विज्ञान ने भी शोध किया और वह भी इसे सच मानता है।
Mysterious newsAug 12, 2019, 1:07 PM IST
सृष्टि निर्माण की रहस्यमय आदिकथा
प्राचीन शास्त्रों में लिखी गई कहानियां मात्र गल्प कथाएं नहीं हैं। उनका एक विशेष वैज्ञानिक आधार भी है। माय नेशन आपके लिए लेकर आया है देवी भागवत की एक कथा, जिसे हम वर्तमान वैज्ञानिक और सामाजिक संदर्भ में समझने की कोशिश करेंगे। यह अपनी तरफ का एक अनूठा प्रयास है।
ViewsApr 14, 2019, 11:27 AM IST
जानिए कैसे उपनिषदों से प्रभावित थे बाबा साहब अंबेडकर के विचार
जात-पात तोड़क मण्डल में दिये गये अपने प्रसिद्ध भाषण में डॉ.अम्बेडकर ने सुझाव दिया था कि हिंदुओं को स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के आदर्शों पर आधारित समाज के निर्माण के लिए अपने शास्त्रों से बाहर कहीं से प्रेरणा लेने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्हें इन मूल्यों के लिए उपनिषदों का अध्ययन करना चाहिए। जिसके बाद मैंने बाद में यह कोशिश की कि पता करूं कि क्या उन्होंने बाद में इस विषय पर कहीं लिखा है। लेकिन उनके कुछ भाषणों को छोड़कर इसका जिक्र कहीं नहीं मिला ।
ViewsMar 28, 2019, 6:09 PM IST
गायें ही धरती को मरुस्थल बनने से रोकती हैं
आधुनिक विज्ञान ने यह सिद्ध कर दिया है कि जहां पृथ्वी पर गौएं होती हैं पर्जन्य – मेघ भी वहीं वर्षा करते हैं | और पृथ्वी भी जहां गौएं होती हैं वहीं पर वर्षा के जल को अपने अंदर ऐसे संचित कर के रखती है जैसे रेतस योनि में | वर्षा के जल से पृथ्वी वनस्पति रूपी संतान देती है | जहां पृथ्वी पर गौ नहीं होंगी वहां पृथ्वी बांझ हो जाएगी , और मेघ भी वहां वर्षा करने के लिए नहीं आएंगे |
ViewsMar 13, 2019, 7:00 PM IST
गौधन सिर्फ दूध ही नहीं पर्यावरण सुरक्षा के लिए भी बेहद जरुरी
दक्षिणी रोडेसिआ में गत 1960 में वन और पर्यावरण में कार्य कर रहे वैज्ञानिकों ने जब विश्व के बदलते पर्यावरण के कारण वहां के हरे भरे वनीय क्षेत्र की हरियाली समाप्त होते देखी तो सब का यह विचार था कि शाकाहारी पशु हाथी, गौ इत्यादि वनों की हरियाली खा कर समाप्त कर देते हैं| उस वन में हाथी बड़ी संख्या में थे| निर्णय हुआ कि सब हाथियों का वध कर दिया जाए|
इस अभियान में उस दशक में 40,000 से अधिक हाथी मारे गए जो आर्थिक व्यापार की दृष्टि से भी बड़ा लाभदायक रहा | परंतु हाथियों के मारे जाने के बाद बड़ा आश्चर्य हुआ कि जो रही सही हरियाली बची थी वह भी समाप्त हो गई |NewsFeb 18, 2019, 7:30 PM IST
वेदांता को नहीं मिली सुप्रीम कोर्ट से राहत, फैक्ट्री के लिए मिली एनजीटी की अनुमति पर लगाई रोक
सुप्रीम कोर्ट तमिलनाडु के स्टरलाइट कंपनी के मामले में वेदांता को राहत देने से इनकार कर दिया है। साथ ही कोर्ट ने एनजीटी के फैसले पर रोक लगा दिया है।