अगर आंकड़ों को देखें तो पिछले छह महीनों में थोक बाजार में ब्याज की कीमतों में दस गुने से ज्यादा का इजाफा हुआ है। हालांकि बारिश और खराब मौसम का असर प्याज की कीमतों पर सबसे ज्यादा पड़ा है। हालांकि महंगे प्याज के कारण जमाखोरी को खारिज नहीं किया जा सकता है। जबकि सरकार ने प्याज के लिए स्टॉक लिमिट लगाई है। लेकिन पिछले दिनों एजेंसियों के छापे में कई क्विंटल प्याज पकड़ा गया था। लेकिन वर्तमान में छापेमारी नहीं चल रही है।