समाजवादी पार्टी से अलग होकर दो साल पहले पार्टी बनाने वाले शिवपाल सिंह की यादव की पार्टी हालांकि लोकसभा चुनाव में कोई खास करिश्मा नहीं दिखा सकी। लेकिन कई सीटों पर उसने सपा को हराने में अहम भूमिका भी निभाई। शिवपाल सिंह यादव फिरोजाबाद से सपा प्रत्याशी और अपने भतीजे अक्षय यादव के खिलाफ चुनाव लड़े थे। लेकिन शिवपाल को हार का सामना करना पड़ा।