हमले की जिम्मेदारी अल कायदा से संबंधित समूह अल-शबाब ने ली है। अल शबाब ने 2011 में केन्या द्वारा सोमालिया में सैनिक भेजने के खिलाफ बदला लेने का संकल्प लिया हुआ है। इस परिसर में एक फिदायीन ने खुद को उड़ा लिया था जबकि अन्य की सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ हो रही थी।