अमेरिकी या पश्चिमी देशों से द्विपक्षीय सम्बन्धों पर जोर देने में कोई बुराई नहीं है पर इन सबके बीच भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी महाशक्ति रूस की उपेक्षा कतई नहीं कर सकता। भारत को ये हमेशा याद रखना चाहिए रूस ने संयुक्त राष्ट्र संघ में एक नहीं बल्कि कई बार भारतीय हितों की जमकर तारीफ की है और हमारे देश के साथ खड़ा दिखा है।