ईसा
(Search results - 35)ViewsDec 25, 2018, 4:30 PM IST
जीसस क्राइस्ट पर भारत के प्रभाव को नकारता क्यों है चर्च?
जीसस क्राइस्ट यानी ईसा मसीह का आज जन्मदिन है। एक महान संत और ईश्वरपुत्र के रुप में मानवता को उनकी देन असंदिग्ध है। लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि जीसस मूल रुप से सनातन परंपरा के वाहक थे। उनके मूल विचार आर्य अष्टांगिक मार्ग से मेल खाते हैं। लेकिन इन बातों को जानबूझकर छिपाया गया और उसके मूल विचारों के उपर सेमेटिक(एक पैगंबर,एक किताब) विचारों का मुलम्मा चढ़ा दिया गया। ऐसा जीसस की मौत के रोमन सम्राट कॉन्सटेन्टाइन के जमाने में किया गया। ईसा की मौत के 325 साल बाद नायसिया(वर्तमान तुर्की) में एक परिषद् बुलाई गई, जिसमें जीसस के देवत्व की घोषणा की गई। जिसके बाद रोमन साम्राज्यवाद ने ईसा मसीह के व्यक्तित्व को अपना शासन फैलाने के नैतिक हथियार के रुप में इस्तेमाल करना शुरु कर दिया। प्रेम और दया के प्रतीक ईसा के नाम पर जो खूनी लड़ाईयां हुईं, वह इतिहास में ‘क्रूसेड’ के नाम से आज भी याद की जाती हैं। ऐसा करने के लिए जानबूझ कर जीसस का भारत से संबंध झुठलाया जाने लगा। जानिए जीसस पर भारत के प्रभाव के जुड़े ऐतिहासिक और अहम तथ्य़-
NewsDec 24, 2018, 5:19 PM IST
इमरान खान और पाकिस्तान भारत को सहिष्णुता पर बेवजह सीख नहीं दे सकता है.. जाने क्यों
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने फिल्म स्टार नसीरूद्दीन शाह के सहिष्णुता के बयान पर भारत को बेवजह और निराधार सीख देने की कोशिश की है। मायनेशन इस संदर्भ में कुछ ऐसे तथ्यों को उठा रहा है। पाकिस्तान के इस्लामिक कट्टरपंथियों के कारण वहां के अल्पसंख्यक खुद को एक ऐसे देश मे पाते हैं जो अरसे से इस इस्लामिक कट्टरवाद की तरफ बढ़ रहा है।
ViewsDec 6, 2018, 6:48 PM IST
‘जय भीम-जय मीम’ कहने वालों ने क्या पाकिस्तान पर बाबासाहेब अंबेडकर के विचार पढ़े भी हैं?
संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की आज पुण्यतिथि है। आज भले ही उनके कथित अनुयायी उन्हें अंबेडकरवाद की संकुचित विचारधारा में कैद करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अंबेडकर सभी सीमाओं से परे हैं। उनका राष्ट्रवाद असंदिग्ध है। आज ‘जय भीम-जय मीम’ का नारा लगाने वाले शायद इस बात से वाकिफ नहीं हैं कि वह मजहबी कट्टरता और पाकिस्तान को जन्म देने वाले ‘द्विराष्ट्रवाद’ के विचार के कितने बड़े विरोधी थे।
ViewsNov 16, 2018, 6:16 PM IST
क्या भारत में औपनिवेशिक काल की हिंदू विरोधी मानसिकता वर्तमान धर्मनिरपेक्ष नीतियों में झलक रही है?
हिंदूओं को इस समस्या का समाधान केवल तभी मिल सकता है जब हिंदू इसके खिलाफ आवाज उठाए और उन धर्मनिरपेक्षवादियों को बाहर निकालें जिनके पास स्पष्ट रूप से एक हिंदू विरोधी एजेंडा है। अन्यथा भारत में हर हिंदू मंदिर, प्रत्येक हिन्दू त्यौहार और कुंभ मेले जैसे आयोजनों को धर्मनिरपेक्ष दिशानिर्देश के आधार पर कुछ हिंदू विरोधी गुटों द्वारा प्रभावित किया जाएगा।
WorldNov 13, 2018, 1:07 PM IST
पाक स्थित डच दूतावास नहीं होगा बंद
पाकिस्तान में नीदरलैंड की राजदूत आरदी स्टोइयस ब्राकेन ने ट्वीट कर कहा कि डच दूतावास सामान्य तरीके से काम कर रहा है।
ViewsOct 24, 2018, 7:25 PM IST
तो चलिए हम सब 'रुढ़िवादी' हिंदू बन जाते हैं
इस इक्कीसवी सदी में हमारे लिये यह उचित समय है जब हम एक समुदाय को दूसरे समुदाय के विरोध में खड़ा करने वाले हानिकारक, अप्रमाणित रुढ़िवाद का त्याग करें? सब से अच्छा विकल्प है कि हम हिंदू मूलतत्वों का अनुसरण करें। तो चलें, हम सब मनुष्यों में, कुदरत में और पशुओं में भी ईश्वरत्व देखनेवाले रुढ़िवादी हिंदू बनें। इससे संपूर्ण विश्व का लाभ होगा।
ViewsOct 15, 2018, 4:03 PM IST
‘परमब्रह्म परमेश्वर’ से अलग हैं ‘गॉड’ और ‘अल्लाह’
प्राचीनकाल में जब ईसाईयत और इस्लाम का कोई अस्तित्व नहीं था, तब सर्वोच्च सत्य के बारे में वैदिक धर्म की समझ बहुत ही परिपक्व थी। हिंदू परंपरा में परमसत्य को ब्रह्म के नाम से जाना जाता है। यह सबसे सूक्ष्म, अदृश्य, जागृत जैसे समस्त संसार का आधार है। ऋषियों ने उद्घोषणा की, कि ब्रह्म वह नहीं है जिसे आंखें देखती हैं, बल्कि ब्रह्म वह है जिसकी वजह से आंखें देख पाती हैं। ब्रह्म वह नहीं है जिसे मस्तिष्क सोचता है, बल्कि ब्रह्म वह है जिसकी वजह से मस्तिष्क सोच पाने में सक्षम हो पाता है। यह बात अब्राहमिक धर्मों के भगवान के लिए नहीं कही जा सकती।
NewsOct 8, 2018, 3:43 PM IST
माय नेशन की खबर का बड़ा असर
सिमडेगा में कैथोलिक एजुकेशनल सोसायटी ने आदिवासियों की 20 एकड़ जमीन अवैध तरीके से खरीदी। इसके लिए एफसीआरए के पैसे का इस्तेमाल किया गया और कई सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाई गई। सरकार ने सोमवार को यह डील कैंसिल करके जमीन वापसी की प्रक्रिया शुरु कर दी है।
ViewsOct 6, 2018, 6:13 PM IST
आखिर कब हम मजहबी कट्टपंथ के बारे में अपना नजरिया साफ करेंगे?
पाकिस्तानी राजनयिक का व्यवहार कुछ इस तरह का है, जैसे पाकिस्तान को ईश्वर की ओर से यह अधिकार मिला है, कि वह अपने नागरिकों पर इस्लाम को थोपे। तो क्या भारत को अपनी सदियों पुरानी परंपरा की वकालत करने का अधिकार नहीं है, जो कि एक व्यक्ति के साथ साथ समाज के लिए भी बेहद लाभदायक साबित हुआ है।
ViewsOct 4, 2018, 4:00 PM IST
ननों की घुटी घुटी चीखों का जिम्मेदार कौन?
धार्मिक समानता के शंखनाद ने हिन्दू महिलाओं को अपनी आवाज़ बुलंद करने की पूरी आज़ादी दी है, पर बाकी धर्मो की महिलाओ के साथ आज भी भेदभाव हो रहा है। उनकी आज़ादी के शिगूफे कागज़ों में ही रह गए हैं। महिलाओं के मान और सम्मान की जब बात आती है इन धर्मों की कथनी और करनी में भारी विभेद नजर आता है। ईसाई धर्म में तो ये भेद भाव सारी हदें तोड़ गया है।
ViewsSep 29, 2018, 4:14 PM IST
सनातन धर्म का प्रसार अति आवश्यक है।
केवल हिन्दू अथवा सनातन धर्म ही ऐसा है जो विभाजनकारी तथा साम्प्रदायिक नहीं है। मात्र यही शाश्वत धर्म समस्त सृष्टि को एक कुटुम्ब के रूप में देखता है। यही धर्म बिना किसी निबन्धन के ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ के सिद्धांत को परिलक्षित करता है।
NewsSep 17, 2018, 7:29 PM IST
योगी के गढ़ में धर्म परिवर्तन का अड्डा
गोरखपुर में बीमारी ठीक करने की आड़ में मासूम लोगों का धर्म बदलकर ईसाई बनाया जा रहा था। सिर्फ इतना ही नहीं, इस अड्डे पर दूसरे धर्मों के विरोध में दुष्प्रचार भी होता था। यह मामला गोरखपुर के गुलरिहा थाना के भटहट इलाके के रघुनाथपुर गांव का है।
NewsSep 15, 2018, 1:37 PM IST
रेप पीड़िता नन को बदनाम करने की कोशिश, केरल पुलिस ने दर्ज किया मामला
ईसाई धर्म प्रचारक अक्सर सेवा, सहानुभूति और मानवीय मूल्यों की दुहाई देते हुए नहीं थकते, लेकिन एक बलात्कार के आरोपी बिशप को बचाने के लिए ‘मिशनरीज ऑफ जीसस’संस्था जिस तरह के पैंतरे आजमा रही है, वह अमानवीयता की हदें पार कर रहा है। यह जीसस के उपदेशों के विरुद्ध भी है।
NewsSep 11, 2018, 6:11 PM IST
केरल की रेप पीड़िता ने वेटिकन में दर्ज कराई शिकायत
उधर बिशप के खिलाफ केरल के कोच्चि में ईसाई ननें सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रही हैं। यह सभी जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल की गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं।
NewsSep 8, 2018, 5:47 PM IST
बिशप की गिरफ्तारी के लिए सड़क पर उतरीं ननें
राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया स्वत: संज्ञान, 15 दिन में कार्रवाई का दिया आदेश। बीजेपी ने कहा-चर्च में यौन हमले का पहला मामला नहीं।