राज्य में कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी रमजान में बड़े स्तर पर इफ्तार पार्टियों का आयोजन किया करती थी। जिसमें मुस्लिम समाज के लोगों के साथ ही सभी धर्म के लोगों को आमंत्रित किया जाता था। ताकि इसके जरिए अपनी धर्मनिरपेक्षता की छवि बरकरार रखा जा सके। लेकिन राज्य में 2014 के बाद जिस तरह से सिसायी माहौल बदला हुआ है। उसी तरह से राजनैतिक दलों ने इन इफ्तार पार्टियों से दूरी बनानी शुरू कर दी है।