गुरुद्वारा
(Search results - 11)Beyond NewsNov 27, 2023, 10:41 AM IST
पाकिस्तान का वह गुरुद्वारा जहां बिना वीजा के भारतीय भी जा सकते हैं
पाकिस्तान के करतारपुर गांव में करतारपुर कॉरिडोर है जो की एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक स्थल है। गुरु नानक ने अपनी जिंदगी की आखिरी 18 साल रावी नदी के तट पर बसे इस गांव में गुजारा था जो कि अब भारत-पाकिस्तान की सीमा पर है। पाकिस्तान में होने के बावजूद अगर आप इस गुरुद्वारे जाकर दर्शन करना चाहते हैं तो आपको वीजा की जरूरत नहीं है। स्लाइड में हम आपको पूरा प्रोसेस बताएंगे कि कैसे आप यहां जाकर के दर्शन कर सकते हैं।
WorldJul 13, 2019, 3:55 PM IST
पाकिस्तान पर भारतीय दबाव का फिर से दिखा असर, करतारपुर कमेटी से खालिस्तानी गोपाल चावला को हटाया गया
गोपाल सिंह चावला आतंकी हाफिद सईद का खास गुर्गा और खालिस्तान समर्थक है। उसके ताल्लुकात जैश सरगना मसूद अजहर से हैं। वह पाकिस्तान आर्मी और आईएसआई का भी खास है। उसकी पहुंच का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है, कि उससे खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान मुलाकात करते हैं।
NewsMar 14, 2019, 12:07 PM IST
करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारत-पाकिस्तान में बातचीत
यह कॉरिडोर पाकिस्तानी शहर करतारपुर में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर शहर से जोड़ेगा। पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले और उसके बाद भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में की गई हवाई कार्रवाई के बाद से दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं।
NewsJan 13, 2019, 1:40 PM IST
करतारपुर कॉरिडोर और 1984 पर पीएम मोदी का बड़ा बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह की जयंती के अवसर पर करतारपुर गलियारे और 1984 के सिख नरसंहार को लेकर बड़ा बयान दिया है। पीएम मोदी ने कहा, केंद्र सरकार के अथक प्रयासों से करतारपुर कॉरिडोर बनने जा रहा है। अब गुरु नानक के मार्ग पर चलने वाला हर भारतीय दूरबीन के बजाए अपनी आंखों से गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन कर पाएगा। 1947 में जो चूक हो गई थी, ये उसका प्रायश्चित है। प्रधानमंत्री ने कहा, हमारे गुरु का सबसे महत्वपूर्ण स्थल सिर्फ कुछ ही किलोमीटर दूर था, लेकिन उसे भी अपने साथ नहीं लिया गया। यह कॉरिडोर उस नुकसान को कम करने का प्रमाणित परिणाम है। वहीं सिख विरोधी दंगों पर पीएण ने कहा, केंद्र सरकार 1984 में शुरु हुए अन्याय के दौर को न्याय तक पहुंचाने में जुटी है। दशकों तक माताओं, बेटियों, बहनों ने जो आंसू बहाए हैं, उन्हें पोंछने और न्याय दिलाने का काम अब कानून करेगा।
NewsJan 9, 2019, 2:38 PM IST
छत्तीसगढ़ में प्रकाश पर्व की झलकियां
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के चिरमिरी में गुरु गोविंद सिंह के 352वें प्रकाशोत्सव की धमाकेदार शुरुआत हुई। इस के मौके पर गोदरीपारा स्थित गुरुसिंह सभा गुरुद्वारा में छह दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम का सिलसिला शुरु हुआ।
NewsDec 17, 2018, 5:00 PM IST
खुशवंत सिंह ने अपने नावेल में लिखी थी सिख दंगों की आंखों देखी... मैं अपने ही देश में शरणार्थी था क्योंकि मैं सिख था
असल में 5 जून 1984 को भारतीय सेना स्वर्ण मंदिर में घुसी थी और सिंह ने इस सम्मानित अवार्ड को वापस कर दिया था। उन्होंने अपनी पुस्तक में लिखा है कि ‘एक गहरा अवसाद मेरी आत्मा में प्रवेश कर रहा था और मैं बार बार पूछता हूं कि क्या मैं सिख हूं। मैं निश्चित तौर से भिंडरवाला ब्रांड नहीं हूं और ना ही गुरूद्वारा भाई ब्रांड। मुझे ये याद नहीं कि मैं कब पिछली बार गुरुद्वारा गया।
NewsDec 17, 2018, 4:18 PM IST
‘बग्गा ने खोला कमलनाथ के खिलाफ मोर्चा’
कांग्रेस नेता कमलनाथ अब जल्दी ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बन जाएंगे। लेकिन दिल्ली में बीजेपी प्रवक्ता तेजिंदरपाल सिंह बग्गा इसके खिलाफ धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि कमलनाथ पर दिल्ली में तीन सिखों को जिंदा जलाने का आरोप है। यही नहीं उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कमलनाथ ने गुरुद्वारा रकाबगंज में आग भी लगाई थी। इसीलिए बग्गा धरने पर बैठकर कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाए जाने का विरोध कर रहे हैं।
NewsDec 17, 2018, 2:22 PM IST
1984 सिख नरसंहारः सिख समुदाय के नेता बोले, बेनकाब हुई कांग्रेस
1984 के सिख नरसंहार मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी ठहराते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। हाई कोर्ट ने इस मामले में निचली अदालत का वह फैसला पलट दिया, जिसमें सज्जन कुमार को बरी किया गया था। कांग्रेस नेता को सजा तक पहुंचाने में सिख दंगे के पीड़ितों, गवाहों और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने लंबी लड़ाई लड़ी। फैसले के बाद सुनिये उनकी प्रतिक्रिया।
NewsDec 17, 2018, 2:19 PM IST
1984 सिख नरसंहारः दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की लीगल सेल ने क्या कहा
1984 के सिख नरसंहार मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी ठहराते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। हाई कोर्ट ने इस मामले में निचली अदालत का वह फैसला पलट दिया, जिसमें सज्जन कुमार को बरी किया गया था। कांग्रेस नेता को सजा तक पहुंचाने में सिख दंगे के पीड़ितों, गवाहों और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने लंबी लड़ाई लड़ी। फैसले के बाद सुनिये उनकी प्रतिक्रिया।
ViewsDec 13, 2018, 4:51 PM IST
आखिर क्यों सिख दंगों का दाग होने पर भी कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाना कांग्रेस की मजबूरी है ?
समय- 1 नवंबर 1984, जगह- दिल्ली का रकाबगंज गुरुद्वारा। जहां पर मौजूद थे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ, जो कि जल्दी ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस के मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे। रकाबगंज गुरुद्वारा वो जगह है जहां ‘हिंद की चादर प.पू. गुरु तेगबहादुर जी’ का अंतिम संस्कार किया गया था। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद इसी जगह पर भयानक दंगा हुआ जिसमें सिखों को बेरहमी से मौत के घाट उतारा गया। जिसका आरोप लगा कमलनाथ पर। आज कांग्रेस सिख दंगे के सभी आरोपियों से लगभग पल्ला झाड़ चुकी है। लेकिन मध्य प्रदेश में कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाना उसकी मजबूरी है। जानिए क्यों-
NewsAug 26, 2018, 3:37 PM IST