झारखंड जमशेदपुर के एनवायरमेंट इंजीनियर गौरव आनंद जलकुंभी से साड़ी बनाते हैं। गौरव की एक संस्था है स्वच्छता पुकारे जिसके अंतर्गत नदी और जलकुंभी को साफ किया जाता है गौरव ने सोचा जलकुंभी की सफाई इस तरह से करनी चाहिए कि उसका इस्तेमाल हो जाए और तभी उन्होंने रिसर्च किया तो पता चला कि जलकुंभी में सैलूलोज होता है जिससे जूट की तरह धागों में बदला जा सकता है। यहीं से गौरव ने बुनकरों से बात किया और जलकुंभी से साड़ी बनाने का काम शुरू किया।