लिंचिंग इन दिनों सबसे ज्यादा सुनाई देने वाला शब्द बन गया है। इसे सुनते ही समझ में आ जाता है कि पीड़ित तो मुसलमान होगा ही। तुरंत लिंचिंग शब्द से जुड़े हैशटैग चलने लगते हैं और भगवा ब्रिग्रेड की लानत मलानत शुरु कर दी जाती है। वामी मीडिया के जरिए उपदेश और फिर धमकियों का दौर लगातार चलता रहता है। लेकिन अगर लिंचिंग का शिकार कोई बहुसंख्यक हुआ, तो उसी वामी सोशल मीडिया विंग को सांप सूंघ जाता है