जब से श्रीलंका की रहने वाली एक 50 साल से कम उम्र की एक महिला ने अयप्पा मंदिर में प्रवेश पाने में सफल रही। जिसके बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों में हिंसा की घटनाएं तेज हो गईं। इधर त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) ने सबरीमला मंदिर के मुख्य पुजारी से रजस्वला आयु वर्ग की दो महिलाओं बिंदू (42) और कनकदुर्गा (44) के दो जनवरी को प्रवेश के बाद मंदिर बंद करने तथा इसका शुद्धिकरण करने के उनके निर्णय के बारे में स्पष्टीकरण मांगा है।