आम तौर पर मुस्लिम समुदाय में मृत्यु के बाद अंगदान करने के उदाहरण नहीं मिलते हैं। माना जाता है कि उनकी धार्मिक मान्यताएं इसमें आड़े आती हैं। लेकिन ग्रेटर नोएडा के एक मुस्लिम परिवार ने मजहब के उपर इंसानियत को मानते हुए अपने परिवार के एक बुजुर्ग का शरीर मेडिकल कॉलेज के लिए दान कर दिया।