3-3 दिन तक कुछ नहीं खाया पर गायों को भूखा नहीं रहने दिया। पूरा जीवन गो-सेवा को समर्पित कर दिया। शादी तक नहीं की। गोशाला में 198 पशु हैं। पशुओं के लिए टीन शेड, चारे का प्रबंध है। बेसहारा और बीमार गायों का पालन-पोषण करना मुकेश दीक्षित के लिए आसान नहीं था। आइए जानते हैं मुकेश दीक्षित और उनके परिवार के संघर्ष की कहानी।