NewsSep 19, 2018, 8:12 PM IST
पत्रकारिता का एक सर्वमान्य सिद्धांत है, कि कभी भी गलत तथ्यों के आधार पर कोई भी रिपोर्ट नहीं फाइल की जाती। लेकिन प्रधानमंत्री के विरोध में वामपंथी विचारधारा के कुछ मीडिया संस्थान इस मूल सिद्धांत को भुला दिया और तथ्यों को तोड़मरोड़कर पेश किया।
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