केरला की नौज़िशा की कहानी हर उस लड़की के लिए मिसाल है जो ससुराल में घरेलु हिंसा को बर्दाश्त करती है। नौज़िशा एक पढ़ी लिखी लड़की थी, शादी के पहले नौकरी कर रही थी। ससुराल पहुंचते ही नौज़िशा पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। पति उसे दिन रात जानवर की तरह मारता पीटता रहा। एक दिन नौज़िशा ने पति की दहलीज़ छोड़ दी, नौकरी दोबारा ज्वाइन की, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू की और बन गईं पुलिस अफसर।