जब देश में कांग्रेस जैसे राजनीतिक दल हों तो पाकिस्तान जैसे दुश्मनों की जरुरत ही क्या। विश्लेषण शुरु करने से पहले आपको थोड़ा पीछे ले चलते हैं।
बांग्लादेश में बुरी तरह मात खाने के बाद पाकिस्तानी सैनिक तानाशाह जिया-उल-हक के शासनकाल में दुश्मनों ने भारत को नुकसान पहुंचाने के लिए नई योजना बनाई थी। इसे ‘हजार घावों के जरिए मात देने’ की थ्योरी कहा गया। इसके तहत पाकिस्तानी सेना और उसकी बदनाम खुफिया संस्था आईएसआई ने कई छोटी लेकिन गंभीर साजिशों का सूत्रपात किया। जिसके तहत भारत भूमि पर खालिस्तानी, कश्मीरी सहित पूर्वोत्तर में कई अलगाववादी आंदोलनों को दुश्मनों ने हवा दी। जिससे कि भारत छोटे छोटे आंदोलनों में घिरकर कमजोर हो जाए।