लखीमपुर के देवी मंदिर में बैठे भक्तों को बाबा ने यह कह कर बाहर कर दिया कि अमावस्या पर विशेष अनुष्ठान चल रहा है। जब लोग बाहर निकल गए तो बाबा ने देवी प्रतिमा के सामने बैठकर मुंह खोला और एक हाथ में रुमाल लेकर अपनी जीभ बाहर खींच ली। दूसरे हाथ से ब्लेड उठाया और एक ही झटके में अपनी जीभ काटकर देवी के चरणों में अर्पित कर दिया।