शासन का अनुमान है कि आज के दिन लगभग 1 करोड़ से ज्यादा लोग संगम में स्नान करेंगे। सभी 13 अखाड़ों को तीन भागों में सन्यासी, बैरागी और उदासीन भागों में बांटा गया था। सबसे पहले संत ने शाही स्नान किया उसके बाद बैरागी और अंत में उदासी अखाड़े के संतों को स्नान करना था।