भीमराव
(Search results - 7)NewsDec 3, 2019, 12:40 PM IST
अम्बेडकर के जरिए दलितों को साधने के लिए सपा-बसपा में शुरू हुई जंग
असल में इस साल की शुरूआत में सपा के बैनर और पोस्टरों में आम्बेडर और काशीराम की तस्वीरें दिखाई दी थी तो बसपा के पोस्टर में राममनोहर लोहिया की तस्वीरें दिखाई गई थी। क्योंकि लोकसभा चुनाव के लिए सपा और बसपा के बीच चुनावी गठबंधन हुआ था। दोनों दलों ने लोकसभा चुनाव साथ लड़ा था। लेकिन चुनाव के बाद आए परिणाम में बसपा को दस और सपा को पांच सीटें मिली।
ViewsApr 14, 2019, 3:46 PM IST
बाबा साहेब अंबेडकर की आर्थिक नीति से बनता समावेशी भारत
वेस्टर्न फिलॉसफी में फ्रेडरिक हीगल भौतिकवाद का द्वंद प्रतिपादित करते हैं। आगे चलकर कार्ल मार्क्स इस द्वंद को सिर के बले खड़ा कर देते हैं। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने भी महात्मा गांधी के आर्थिक विचारों को सिर के बल खड़ा करने की बात कही।
ViewsApr 14, 2019, 1:02 PM IST
अर्थशास्त्री अंबेडकर: 1899 में बाबा साहब ने ही तय किया था रुपए का मूल्य
संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर का आज जन्मदिन है। उनके कानून विशेषज्ञ और समाजशास्त्रीय रुप की बहुत चर्चा होती है। लेकिन वह एक बड़े अर्थशास्त्री भी थे, इस बात को कम ही लोग जानते हैं। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि सन् 1899 में अंबेडकर ने ही रुपए की कीमत तय की थी। इसी तरह अंबेडकर के अर्थशास्त्री स्वरुप से संबंधित कुछ और बातें जानने के लिए पढ़ें यह आलेख-
ViewsMar 28, 2019, 6:47 PM IST
महाराष्ट्र में भगवा खेमे की मदद ही करेगा दलित मुस्लिम गठजोड़
महाराष्ट्र में इस बार तिकोना मुकाबला हो रहा है। हमेशा की तरह भाजपा और शिवसेना का केसरिया गठबंधन है और उसके मुकाबले में कांग्रेस–राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का सेकुलर गठबंधन मैदान में हैं। मगर इस बार तीसरा मोर्चा भी मैदान में कूद पड़ा है। इसमें संविधान निर्माता बाबासाहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन आघाडी ने ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से गठबंधन किया है जिसकी छाया से भी राजनीतिक दल दूर रहते हैं।
NewsDec 7, 2018, 9:47 AM IST
सांसद सावित्री बाई फुले ने भाजपा से दिया इस्तीफा
लखनऊ में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि के मौके पर फुले ने कहा कि भाजपा दलितों के साथ-साथ पिछड़ा और मुस्लिम विरोधी है। सरकार आरक्षण खत्म करने की साजिश रच रही है और देश को मनुस्मृति से चलाना चाहती है।
ViewsDec 6, 2018, 6:48 PM IST
‘जय भीम-जय मीम’ कहने वालों ने क्या पाकिस्तान पर बाबासाहेब अंबेडकर के विचार पढ़े भी हैं?
संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की आज पुण्यतिथि है। आज भले ही उनके कथित अनुयायी उन्हें अंबेडकरवाद की संकुचित विचारधारा में कैद करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अंबेडकर सभी सीमाओं से परे हैं। उनका राष्ट्रवाद असंदिग्ध है। आज ‘जय भीम-जय मीम’ का नारा लगाने वाले शायद इस बात से वाकिफ नहीं हैं कि वह मजहबी कट्टरता और पाकिस्तान को जन्म देने वाले ‘द्विराष्ट्रवाद’ के विचार के कितने बड़े विरोधी थे।
NewsSep 15, 2018, 1:40 PM IST
बिना सुरक्षा रूट के निकले प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'स्वच्छता ही सेवा अभियान' के तहत पहाड़गंज के बाबा साहेब अंबेडकर सेकेंडरी स्कूल में स्वच्छता श्रमदान के लिए बिना सुरक्षा रूट के ही पहुंच गए। उनके काफिले के गुजरने के दौरान कोई यातायात नहीं रोका गया। साथ ही उनका काफिला लाल बत्ती पर भी रुका। पीएम ने नई दिल्ली के पहाड़गंज में रानी झांसी रोड पर स्थित इस स्कूल के बच्चों से स्वच्छता कार्यक्रम के तहत संवाद किया। इस स्कूल का संचालन दिल्ली शिड्यूल कास्ट वेलफेयर एसोसिएशन ट्रस्ट दावार किया जा रहा है। यह सोसायटी 17 जून 1946 में पंजीकृत हुई थी। इसके कैंपस को डा. भीमराव अंबेडकर ने 1946 में खरीदा था। उनका उद्देश्य अनूसूचित जाति के लोगों की शैक्षणिक, सामाजिक और आर्थिक उन्नति करना था।