अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जर्नल लैंसेट में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक कम मात्रा में शारीरिक गतिविधि की आदत ने पूरी दुनिया में 1.4 अरब लोगों की जिंदगी जोखिम में डाल दी है। दुनिया में हर तीन में से एक महिला और हर चार में से एक पुरुष इस समस्या से जूझ रहा है।