मूर्ति पूजा
(Search results - 2)NewsJan 6, 2020, 9:26 PM IST
हिंदुत्व और मूर्ति पूजा के खिलाफ हैं फैज की कविताएं, तो भारत में व्यवहारिक कैसे
फैज़ अहमद फ़ैज़ एक पाकिस्तानी कवि हैं। पाकिस्तान जैसे अत्याचारी राष्ट्र में मूर्तियों को तोड़ना बिल्कुल सामान्य बात है, लेकिन भारत में ऐसा नहीं करना हो सकता है। मूर्तिपूजन हिंदू धर्म का एक अभिन्न अंग है और ऐसी कविताएं हिंदू धर्म का अपमान करने के लिए अलावा कुछ नहीं हैं। हालांकि फैज की मूल कविताएं पाकिस्तानी तानाशाहों के खिलाफ थी जो इस्लाम के नियमों का पालन करने में विफल रहे।
ViewsSep 29, 2018, 4:14 PM IST
सनातन धर्म का प्रसार अति आवश्यक है।
केवल हिन्दू अथवा सनातन धर्म ही ऐसा है जो विभाजनकारी तथा साम्प्रदायिक नहीं है। मात्र यही शाश्वत धर्म समस्त सृष्टि को एक कुटुम्ब के रूप में देखता है। यही धर्म बिना किसी निबन्धन के ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ के सिद्धांत को परिलक्षित करता है।