साल 2003 में 9 साल का रियाज़ एक 5 साल की बच्ची को बचाने के लिए ट्रेन की पटरी पर दौड़ पड़ा, बच्ची बच गई लेकिन 9 साल के रियाज़ के हाथ पैर कट गए। रियाज़ को देश विदेश में बुलाकर ब्रेवरी अवार्ड दिया गया लेकिन न तो दिव्यांग कोटे में कोई नौकरी दी गयी न आर्थिक सहायता मिली। आज रियाज़ एक छोटी सी गुमटी से अपना परिवार चला रहे हैं।