न्यूजीलैण्ड जैसी घटनाओं का विस्तार हो गया तो दुनिया का बड़ा भाग हिंसा-प्रतिहिंसा का शिकार हो जाएगा। हाल के वर्षों में जेहादी आतंकवादियों द्वारा ब्रिटेन, फ्रांस, बेल्जियम, स्वीडन में किए गए हमलों ने उसके अंदर यह विचार पैदा किया कि मुसलमान श्वेतों पर विजय पाने के लक्ष्य से हिंसा कर रहे हैं। कहीं ऐसा न हो कि कटु सच को सार्वजनिक रुप से स्वीकार कर कार्रवाई न करने के कारण एक नए किस्म का क्रूसेड(धर्मयुद्ध) आरंभ हो जाए।