भोपाल की अंकिता ने 18 साल की उम्र में अपना 74% लिवर मां को डोनेट कर दिया। अंकिता की मां लिवर सिरोसिस से पीड़ित थे। ट्रांसप्लांट के 4 महीने बाद मां की मृत्यु हो गई। अंकिता को बिस्तर से उठने में डेढ़ साल लग गए 5 साल के बाद अंकिता ने स्पोर्ट्स में वापसी किया और ट्रांसप्लांट गेम में भारत के लिए गोल्ड और सिल्वर मेडल जीतकर विश्व रिकॉर्ड बनाया।