Utility News

Valmiki Jayanti 2024: क्यों डाकू होकर 'मरा-मरा' जपा, बनें आदिकवि

Image credits: adobe stock

वाल्मीकी रामायण की रचना

महर्षि वाल्मीकि ने संस्कृत रामायण की रचना की, जिसे आज वाल्मीकि रामायण के नाम से जाना जाता है।

Image credits: adobe stock

आश्विन मास की पूर्णिमा तिथि को जन्म

आश्विन मास की पूर्णिमा तिथि को महर्षि वाल्मीकि का जन्म हुआ था। इस दिन को वाल्मीकि जयंती के रूप में मनाया जाता है।

Image credits: adobe stock

वाल्मीकि जयंती पर होते हैं ये प्रोग्राम

वाल्मीकि जयंती पर मंदिरों में भजन-कीर्तन होते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। वाल्मीकि जयंती 17 अक्टूबर 2024 को मनाई जा रही है।

Image credits: Social Media

आश्विन पूर्णिमा का दिन धार्मिक दृष्टिकोण से शुभ

आश्विन पूर्णिमा का दिन धार्मिक दृष्टिकोण से शुभ माना जाता है, खासकर महर्षि वाल्मीकि के प्रकटोत्सव के कारण।

Image credits: Pexels

महर्षि वाल्मीकी पहले डाकू थे

क्या आप जानते हैं कि महर्षि वाल्मीकि का प्रारंभिक नाम रत्नाकर था, और वे पहले डाकू थे?

Image credits: adobe stock

नारद मुनि से शिक्षा के बाद राम नाम जपने लगे

रत्नाकर ने नारद मुनि से मिली शिक्षा के बाद राम का नाम जपना शुरू किया, जो उन्हें बदलने में मददगार बनी।

Image credits: social media

'मरा-मरा' जपते हुए आया राम का नाम

रत्नाकर ने 'मरा-मरा' जपते हुए राम का नाम लेना शुरू किया, जिससे उनकी साधना में गहराई आई।

Image credits: adobe stock

ब्रह्माजी ने नाम दिया वाल्मीकी

ब्रह्माजी ने रत्नाकर की तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें 'वाल्मीकि' नाम दिया।

Image credits: Instagram

इस तरह डाकू से बन गए महर्षि वाल्मीकी

इस प्रकार, राम का नाम जपते हुए डाकू रत्नाकर महर्षि वाल्मीकि बन गए।

Image credits: Social Media

DA यानी महंगाई भत्ता: 7 खास बातें, नहीं जानते होंगे आप

कौन हैं नैंसी त्‍यागी? भारत की टॉप इन्फ्लुएंसर, फोर्ब्‍स लिस्ट में नाम

Chanakya Niti: कंगाली से बचने के लिए आज ही छोड़ें ये 4 आदतें

PM आवास योजना में धोखाधड़ी? वापस करने होंगे पैसे, मिल सकती है ये सजा