लंदन: ब्रिटिश पीएम टेरेसा मे ने इस्तीफा देते हुए कहा कि 'मेरे लिए ये हमेशा ही सबसे गहरा दुख होगा कि मैं ब्रेक्जिट के लिए सब को सहमत नहीं कर पाई’। ऐसा कहते हुए टेरेसा मे का गला भर गया और उनकी आंखें नम हो गईं। 

ब्रिटिश संसद ने तीन बार उनके ब्रेक्जिट के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। टेरेसा अपने सांसदों को ब्रेक्जिट डील में शामिल होने के लिए तैयार नहीं कर पाईं। इसलिए उन्होंने कंजरवेटिव पार्टी के मुखिया के पद से इस्तीफा दे दिया। 

दरअसल ब्रिटेन ने अभी से कोई तीन साल पहले यूरोपियन यूनियन से अलग होने के लिए मतदान किया था। ब्रिटेन के ईयू से निकलने की समयसीमा 29 मार्च को खत्म हो चुकी है। हालांकि टेरेसा ने इसके लिए और समय की मांग की थी। लेकिन वह अपने सांसदों को ब्रेक्जि का समर्थन करने के लिए तैयार नहीं कर पाईं। इसलिए उन्होंने इस्तीफा दे दिया।  

टेरेसा ने तीन बार ब्रेक्जिट के प्रस्ताव को वहां की संसद से पास कराने की कोशिश की। लेकिन उनकी यह तीनों कोशिशें नाकाम रहीं। 

टेरेसा की विदाई से ब्रिटेन का ब्रेक्जिट संकट और गहराने की आशंका जताई जा रही है। क्योंकि अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि आखिर ब्रिटेन के यूरोपियन यूनियन से निकलने का समय और तरीका क्या होगा। 

फिलहाल 7 जून को टेरेसा मे की कंजरवेटिव पार्टी के मुखिया पद से औपचारिक विदाई हो जाएगी। जिसके बाद नए नेता के चुनाव की प्रक्रिया एक सप्ताह में शुरु की जाएगी।