Sanjay Singh Profile: संजय सिंह आम आदमी पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी के सदस्य और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। यूपी के सुल्तानपुर में जन्में संजय सिंह ने स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद इंजीनियरिंग की। हालांकि इंजीनियरिंग करने के बाद वे जॉब करने के बजाय समाज सेवा की ओर आगे बढ़े। उन्होंने अपना एक संगठन भी बनाया। बाद में वह टीम अन्ना से जुड़ गए और फिर अरविंद केजरीवाल के साथ आम आदमी पार्टी बनाने वालों में शामिल हुए। संजय सिंह 2018 में राज्यसभा के सदस्य चुने गए।
Sanjay Singh Profile: आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह का जन्म 22 मार्च 1972 को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में हुआ था। संजय सिंह के माता पिता सेवानिवृत शिक्षक हैं। संजय सिंह ने शुरुआती पढ़ाई के बाद इंजीनियरिंग की। उन्होंने ओडिशा के क्योंझर में ओडिशा स्कूल ऑफ माइनिंग इंजीनियरिंग से माइनिंग इंजीनियरिंग में डिप्लोमा की डिग्री हासिल की। संजय सिंह की शादी अनिता सिंह से हुई है। संजय सिंह के भाई अमेरिका में इंजीनियर हैं। जानें संजय सिंह के पॉलिटिल करियर, एजुकेशन, फैमिली समेत उनके बारे में जरूरी बातें।
संजय सिंह कौन हैं?
नाम
संजय सिंह
जन्मतिथि
22 मार्च 1972
आयु (2023 तक)
51 वर्ष
जन्मस्थान
सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश, भारत
राशि
मेष
पेशा
राजनीतिज्ञ
राजनीतिक दल
आम आदमी पार्टी
ऊंचाई (लगभग)
5 फीट 8 इंच
वजन (लगभग)
80 किलोग्राम
आंखों का रंग
काला
बालों का रंग
काला
राष्ट्रीयता
भारतीय
धर्म
हिंदू
कितने पढ़े लिखे हैं संजय सिंह ? शैक्षिक योग्यता- माइनिंग इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कॉलेज/यूनिवर्सिटी- उड़ीसा स्कूल ऑफ माइनिंग इंजीनियरिंग
संजय सिंह की फैमिली में कौन-कौन हैं ? वैवाहिक स्थिति- विवाहित पत्नी का नाम-अनिता सिंह बच्चे- दो (एक बेटा, एक बेटी) परिवार पिता- दिनेश सिंह (सरकारी शिक्षक) माता- राधिका सिंह (सरकारी शिक्षिका) भाई- नाम ज्ञात नहीं (अमेरिका में इंजीनियर)
संजय सिंह के शौक, पसंद शौक- पढ़ना, फिल्में देखना और यात्रा करना पसंदीदा राजनेता- अरविन्द केजरीवाल पसंदीदा अभिनेता- अमिताभ बच्चन, दिलीप कुमार
संजय सिंह का नाम कब-कब चर्चा में रहा?
24 जुलाई 2023 को उन्हें शेष मानसून सत्र के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। उन्हें अभद्र व्यवहार के लिए निलंबित कर दिया गया था। सदन के नेता पीयूष गोयल ने उनके निलंबन का प्रस्ताव रखा था।
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 4 अक्टूबर 2023 को गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली आबकारी मामले में 11 घंटे तक चली पूछताछ के बाद संजय सिंह की गिरफ्तारी हुई। बता दें कि दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में अब तक कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
संजय सिंह को आरोपी दिनेश अरोड़ा के बयान के बाद गिरफ्तार किया गया जिसके मुताबिक आरोप है कि संजय सिंह के कहने पर उसने दिल्ली के चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी के लिए फंड रेजिंग प्रोग्राम आयोजित किया था।
ईडी के अनुसार आरोपी दिनेश अरोड़ा ने संजय सिंह के कहने पर पार्टी के लिए 32 लाख का चंदा इकट्ठा किया था जिसका चेक मनीष सिसोदियो को सौंपा गया था।
ईडी का आरोप है कि दिनेश अरोड़ा का शराब से जुड़ा एक विवाद भी संजय सिंह ने मनीष सिसोदिया के जरिए सुलझाया था.
कितनी संपत्ति के मालिक हैं संजय सिंह ? वेतन 224 रुपये/माह (2016-17 में दाखिल आयकर रिटर्न के अनुसार) संजय सिंह वेतन नेट वर्थ (लगभग) 1-2 करोड़ रुपये
संजय सिंह के बारे में कुछ रोचक बातें ?
संजय सिंह एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं और उन्होंने आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पहले 16 साल तक फेरीवालों के अधिकारों के लिए काम किया।
उन्होंने अपना पहला 'आंदोलन' भारत के ओडिशा के क्योंझर में लोगों के अधिकारों के लिए और भ्रष्टाचार की प्रथा के खिलाफ लड़ते हुए किया।
1994 में उन्होंने 'सुल्तानपुर समाज सेवा संगठन' नाम से एक संगठन शुरू किया। उन्होंने गरीबों के बीच काम करना, रक्तदान शिविर, स्वास्थ्य शिविर आयोजित करना और लोगों के अधिकारों के लिए अभियान चलाना शुरू कर दिया।
उन्होंने 'आजाद सेवा समिति' के साथ भी काम किया, जो बाद में नेशनल हॉकर्स एसोसिएशन का हिस्सा बन गई।
उन्हें आम आदमी पार्टी के 'संकट मोचन' के रूप में जाना जाता है और वह आम आदमी पार्टी के भरोसेमंद लेफ्टिनेंट के रूप में उभरे। जब पेचीदा बातचीत और संघर्ष समाधान की बात आती है तो वह लीडर के रूप में उभरे हैं।
2002 में उन्होंने संदीप पांडे के साथ काम करना शुरू किया और 2007 के कोका कोला विरोधी आंदोलन के माध्यम से मेधा पाटकर, अशगर अली इंजीनियर (सामाजिक कार्यकर्ता) और राम पुन्यानी (पूर्व प्रोफेसर, आईआईटी बॉम्बे) के साथ जुड़ गए।
2011 में उन्होंने अन्ना हजारे के इंडिया अगेंस्ट करप्शन (IAC) के अभियान से जुड़ने के बाद अरविंद केजरीवाल के साथ काम किया। उन्हें सुल्तानपुर, रायबरेली और अमेठी में पांच दिवसीय विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने के लिए कहा गया था और जब अभियान ने गति पकड़ी, तो उन्हें इंडिया अगेंस्ट करप्शन के राष्ट्रीय कार्यकारी अधिकारियों में से एक के रूप में शामिल किया गया।
जमीनी स्तर पर आम आदमी पार्टी की छवि स्थापित करने के लिए उन्होंने पार्टी के प्रचार का नेतृत्व करने के लिए उत्तर प्रदेश और पंजाब राज्यों में कई किलोमीटर की यात्रा की।
2017 तक उन्होंने कभी कोई चुनाव नहीं लड़ा था। हालांकि उन्होंने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में विभिन्न राज्य विधानसभा चुनावों में सक्रिय रूप से भाग लिया।
2018 में उन्हें राज्यसभा चुनाव के लिए भारतीय लोकतंत्र के उच्च सदन का नामांकन मिला।
संजय सिंह आठ जनवरी, 2018 को राज्यसभा सदस्य चुने गए। इसके अलावा उन्हें बिहार और यूपी में भी पार्टी के मामलों के प्रभारी नियुक्त किए जा चुके हैं।
संजय सिंह आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। साथ ही राजनीतिक मामलों की समिति और राष्ट्रीय कार्यकारी के सदस्य भी हैं।