रक्षा मंत्री बोलीं, राहुल का इरादा इसे समझने का नहीं है। उनका इरादा राफेल सौदे पर लोगों को गुमराह करने का है। इसलिए वह जहां कहीं जाते हैं, लोगों को गुमराह करने लगते हैं।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सलाह दी है कि राफेल लड़ाकू विमान सौदे के बारे में हुई खरीद प्रक्रिया पर उन्हें यूपीए कार्यकाल में पूर्व रक्षा मंत्री रहे एके एंटनी से संपर्क कर चर्चा करनी चाहिए, ताकि इस बारे में उनकी गलतफहमी दूर हो सके।
राहुल गांधी द्वारा मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में विवादास्पद राफेल सौदे को बार-बार उठाकर मुख्य मुद्दा बनाए जाने को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में सीतारमण ने यहां बताया, ‘राहुल पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटोनी के साथ बैठकर बात कर लें तो राफेल लड़ाकू विमान सौदे पर उनकी सभी गलतफहमी दूर हो जाएगी।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन राहुल का इरादा इसे समझने का नहीं है। उनका इरादा राफेल सौदे पर लोगों को गुमराह करने का है। इसलिए वह जहां कहीं जाते हैं, लोगों को गुमराह करने के लिए इसे उठाते हैं।’
सीतारमण ने कहा, ‘राहुल के कहने पर जनता गुमराह नहीं होगी। हमने बिना दलाली के राफेल सौदा किया है। इससे पहले रक्षा सौदों में रक्षा मंत्रालय में कभी ऐसी पारदर्शिता नहीं थी।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसे अच्छी तरह से जानती है, लेकिन फिर भी वह लोगों को गुमराह करने के लिए इसे उठा रही है।
एक अन्य सवाल के जवाब में सीतारमण ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट वर्तमान में राफेल सौदे की सुनवाई कर रहा है, इसलिए इस पर इससे ज्यादा टिप्पणी करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने राफेल सौदे पर अपना साफ-सुथरा एवं सही-सही जवाब दे दिया है और आगे भी ऐसा ही सही-सही जवाब देती रहेगी।
सीतारमण ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। इसलिए राहुल राष्ट्रीय मुद्दे को प्रदेश में उठा रहे हैं। हालांकि, उन्होंने तुरंत यह भी कहा कि राफेल सौदा राष्ट्रीय मुद्दा भी नहीं है।
राहुल मध्य प्रदेश में चुनावी सभाओं में राफेल सौदे को उठाकर प्रधानमंत्री पर लगातार निशाना साध रहे हैं।