मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर की बड़ी इच्छा रहेगी अधूरी, जानें वजहें

Jul 14, 2018, 10:48 AM IST

मिस वर्ल्ड का ताज़ पहनते वक्त मानुषी छिल्लर ने एक अहम सवाल के जवाब में कहा था कि वो एक्टर नहीं डॉक्टर बनना चाहती हैं। 2017 की मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर के इस ज़वाब पर खूब वाहवाही हुई थी लेकिन कथनी और करनी में कितना फर्क होता है ये माय नेशन आपको बताएगा।
बड़ी खबर ये है कि मानुषी छिल्लर शायद अब डॉक्टर नहीं बन पाएंगी। वो हरियाणा के सोनीपत के खानपुर में भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज में स्टूडेंट हैं। यहां मिस वर्ल्ड 2017 बनी मानुषी छिल्लर के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। देश को 17 साल बाद मिस वर्ल्ड का ख़िताब दिलाने वाली मानुषी ने अपनी डॉक्टरी की पढ़ाई का पहला प्रॉस तो पूरा कर लिया था लेकिन दूसरे प्रॉस की परीक्षा दिए बगैर वो मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता के लिए चली गईं। मिस वर्ल्ड बनने के बाद अभी तक कॉलेज नहीं आई हैं। 
मानुषी ने दूसरे प्रॉस के जनवरी 2018 में हुए एग्जाम और अप्रैल-मई में हुई सप्लीमेंट्री छोड़ दी है। लगातार दो परीक्षाओं में अनुपस्थित रहने के कारण भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज ने उनके परीक्षा देने पर बैन लगा दिया है। अब मानुषी को परीक्षा में बैठने के लिए पीजीआई से इजाजत लेनी होगी लेकिन उसके लिए भी मानुषी को हर प्रॉस में थ्योरी में 75 प्रतिशत और प्रैक्टिकल में 80 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करानी होगी।
भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर एपीएस बत्रा ने बताया कि कोई बिना क्लास किए सीधे परीक्षा नहीं दे सकता। आगे एग्जाम देने के लिए उन्हें पीजीआई से अनुमति लेनी होगी क्योंकी ये फैसला विश्वविद्यालय स्तर पर लिया जाता है। किसी भी एमबीबीएस विद्यार्थी को मेडिकल काउंसिल के नियमों का पालन करना होता है।