Google Maps ने भारत में पेश की 6 नए फीचर, भारत ने इस मामले में विश्व को छोड़ा पीछे, हल होंगी ये समस्याएं

First Published | Jul 26, 2024, 2:42 PM IST

Google Maps: गूगल मैप्स ने भारत में 6 नई सुविधाओं की घोषणा की है, जो AI और लोकल पार्टनरशिप पर आधारित हैं। इन सुविधाओं का उद्देश्य यूजर्स अनुभव को बेहतर बनाना और टिकाऊ यात्रा को बढ़ावा देना है।

नए फीचर्स से यूजर्स को क्या होगा बेनीफिट?

Google Maps: गूगल ने भारत में गूगल मैप्स के लिए 6 नए फीचर्स की घोषणा की है, जिनके बारे में दावा किया गया है कि वे यूजर्स अनुभव को बेहतर बनाने और टिकाऊ यात्रा को बढ़ावा देने के लिए आर्टिफिसियल एंटलीजेंस और लोकल पार्टनरशिप पर आधारित हैं। इस सप्ताह से शुरू होने वाले इन अपडेट का उद्देश्य भारतीय यात्रियों के सामने आने वाली कुछ सबसे कामन चैलेंज का समाधान करना है। एक बेहतर मैप इक्सपीरियंस बनाने की हमारी खोज कभी समाप्त नहीं होगी, और भारत जटिल रियल दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने के लिए हमारी बेस्ट AI और गॉस्पिटल टेक्नोलॉजी को लाने के लिए कई अमेजिंग अपॉरच्युनिटी प्रस्तुत करता है।

सिर्फ भारत के लिए डेवलप किए जा रहे हैं न्यू फ्यूचर्स

गूगल ने कहा है कि इनमें से कई समाधान भारत में, भारत के लिए ही बनाए जा रहे हैं। संकरी सड़कों और फ्लाईओवर से निपटने के लिए कस्टम-निर्मित AI दृष्टिकोण से लेकर EV चार्जिंग स्टेशनों के साथ सस्टेनबल ट्रवेल को बढ़ावा देने तक, साथ ही मैप कंट्रीब्यूटर्स के सबसे बड़े समुदाय को मैप पर वास्तविक समय की रोड बैरियर्स को दिखाने में सक्षम बनाने तक, हम देश भर में लाखों लोगों के लिए ऐसी मददगार सुविधाएं लाने के लिए उत्साहित हैं। गूगल मैप्स की उपाध्यक्ष और महाप्रबंधक मिरियम डैनियल के अनुसार भारत वास्तव में हमारे इनोवेशन के केंद्र में है और हम यहीं मैप्स का फ्यूचर बनाने के लिए इंतजार नहीं कर सकते।

1. Al-संचालित संकरी सड़क से बचाव

गूगल मैप्स को अक्सर लोगों को ऐसी सड़कों से गुजरने के लिए दोषी ठहराया जाता है, जिन पर नेविगेट करना मुश्किल होता है। कई बार लोगों ने गूगल मैप्स पर आरोप लगाया है कि वह उन्हें ऐसी सड़कों से गुजरने के लिए मजबूर करता है, जो चार पहिया वाहनों के लिए बहुत संकरी हैं। इस समस्या को हल करने के लिए गूगल अब यूजर्स को ऐसी संकरी सड़कों से बचने में मदद करने के लिए AI का यूज कर रहा है, खासकर चार पहिया वाहन चलाने वालों को। 

सड़क की चौड़ाई का अनुमान लगाने में करता है मदद

सैटेलाइट इमेजरी, स्ट्रीट व्यू और अन्य डेटा का उपयोग करके, सिस्टम सड़क की चौड़ाई का अनुमान लगाता है और ड्राइवरों को भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में अधिक कुशलता से नेविगेट करने में मदद करने के लिए रूटिंग एल्गोरिदम को समायोजित करता है। यह सुविधा शुरू में हैदराबाद, बेंगलुरु और चेन्नई सहित आठ शहरों में उपलब्ध होगी, और इसके विस्तार की योजना है।

2. फ्लाईओवर नेविगेशन

एक और आम समस्या जिसका सामना लोग अक्सर गूगल मैप्स के साथ करते हैं, वह है इस बारे में अनिश्चितता कि फ्लाईओवर का उपयोग करें या नहीं। इस समस्या को हल करने के लिए, गूगल मैप्स अब 40 भारतीय शहरों में सुझाए गए मार्गों पर फ्लाईओवर को हाइलाइट करेगा। इस एक्स्ट्रा सुविधा का उद्देश्य ड्राइवरों को उनकी यात्रा के दौरान आने वाले एलिवेटेड रोडवेज के लिए बेहतर तैयारी करने में मदद करना है।

3. मेट्रो टिकट बुकिंग

कोच्चि और चेन्नई में सार्वजनिक परिवहन यूजर्स को ONDC और नम्मा यात्री द्वारा संचालित एक नई मेट्रो टिकट बुकिंग सुविधा से लाभ होगा। यह एकीकृत यूजर्स को सीधे Google मैप्स के माध्यम से टिकट खरीदने की अनुमति देता है, जिससे ट्रैफिक प्रॉसेस सरल हो जाती है।

4. ईवी चार्जिंग स्टेशन एंटीग्रेशन

गूगल ने 8,000 से ज़्यादा चार्जिंग स्टेशनों की जानकारी को मैप्स और सर्च में एंटीग्रेट करने के लिए अग्रणी ईवी चार्जिंग प्रोवाईडर्स के साथ साझेदारी की है। यूजर्स अब रीयल- टाइम उपलब्धता तक पहुंच सकते हैं और चार्जर के प्रकार के अनुसार फ़िल्टर कर सकते हैं, भारत गूगल मैप्स पर दोपहिया EV चार्जिंग स्टेशन दिखाने वाला पहला देश है।

5. सेलेक्टड लोकल रिक्मंडेशन

गूगल लोकल एक्सपर्ट के साथ मिलकर 10 प्रमुख शहरों और पर्यटन स्थलों में अनुशंसित स्थानों की सूची तैयार कर रहा है, जिससे यूजर्स के लिए एक्सप्लोरेशन एक्सपीरियंस में वृद्धि होगी।
 

6. रोड एक्सीडेंट की रिपोर्ट करना आसान

अपडेट में यूजर-जनरेटेड कंटेंट में सुधार भी शामिल है, जिससे स्थानीय योगदानकर्ताओं के लिए रोड एक्सीडेंट की रिपोर्ट करना और जानकारी शेयर करना आसान हो जाएगा। यह सुविधा Android, iOS, Android Auto और Apple CarPlay पर उपलब्ध होगी। 

एंड्रॉयड और IOS डिवाइसों पर उपलब्ध पर कब उपलब्ध होंगी ये सुविधाएं?

भारतीय मार्केट के लिए मैप्स को तैयार करने और लोकल ट्रांसपोर्ट चुनौतियों का समाधान करने वाली ये सुविधाएं धीरे- धीरे एंड्रॉयड और IOS डिवाइसों पर उपलब्ध कराई जाएंगी।

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