खजाने की खोज: कौन बना गोल्ड रिजर्व का बादशाह? देखें टॉप 6 देशों की लिस्ट!

Middle East gold reserves: मध्य पूर्व में सबसे बड़ा स्वर्ण भंडार किसके पास है? दिसंबर 2024 तक तुर्की 615 टन सोने के साथ सूची में सबसे ऊपर है। जानें शीर्ष 6 देशों की पूरी जानकारी!

Middle East's Largest Gold Reserves: किसी भी देश की आर्थिक स्थिरता में सोने का भंडार एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह न केवल मुद्रा अवमूल्यन के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि वैश्विक आर्थिक उतार-चढ़ाव में भी देश की वित्तीय स्थिति को मजबूत करता है। दिसंबर 2024 तक, तुर्की 615 टन सोने के भंडार के साथ मध्य पूर्व का सबसे बड़ा गोल्ड होल्डर बन गया है। इसके बाद सऊदी अरब और इराक का स्थान आता है। आइए जानते हैं मध्य पूर्व के शीर्ष 6 स्वर्ण-धारक देशों की पूरी जानकारी!

1. तुर्की – 615 टन

A. तुर्की की सेंट्रल बैंक पॉलिसी ने स्वर्ण भंडार को तेजी से बढ़ाया है।
B. यह देश आर्थिक संकट और मुद्रा अस्थिरता से बचने के लिए सोने को अपनी संपत्ति का मुख्य भाग बना रहा है।
 

2. सऊदी अरब – 323 टन

A.तेल समृद्ध देश होने के कारण, सऊदी अरब का सोने में बड़ा निवेश है।
B. यह देश सोने को मजबूत वित्तीय बैकअप के रूप में देखता है।
 

3. इराक – 153 टन

A. इराक ने हाल के वर्षों में सोने की खरीदारी बढ़ाई है।
B. तेल निर्यात से मिलने वाले मुनाफे का बड़ा हिस्सा सोने में निवेश किया गया है।

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4. मिस्र – 127 टन

A.  मिस्र ने अपनी विदेशी मुद्रा भंडार में विविधता लाने के लिए सोने का भंडार बढ़ाया है।
B.  यह देश वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए सोने पर निर्भर करता है।
 

5. कतर – 111 टन

A.  कतर ने भी सोने के भंडार में साल-दर-साल वृद्धि की है।
B. विश्व कप 2022 के बाद आर्थिक मजबूती बनाए रखने के लिए सोना एक प्रमुख संपत्ति बना है।

6. कुवैत – 78.97 टन

A.  कुवैत अपने आर्थिक संकटों को कम करने के लिए सोने का उपयोग कर रहा है।
B.  कुवैत का सोना भंडार सरकारी आर्थिक सुरक्षा नीति का एक अहम हिस्सा है।

सोने के भंडार क्यों महत्वपूर्ण हैं?

1. आर्थिक स्थिरता: सोना देशों को मुद्रा संकट और वैश्विक वित्तीय अस्थिरता से बचाता है।
2. निवेशकों का विश्वास: जिन देशों के पास अधिक सोने का भंडार होता है, वे निवेशकों को आकर्षित करते हैं।
3. मुद्रास्फीति से सुरक्षा: जब मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो सोने का मूल्य स्थिर बना रहता है, जिससे यह एक सुरक्षित निवेश बनता है।

तुर्की बना नंबर 1, लेकिन क्यों?

तुर्की के 615 टन स्वर्ण भंडार होने के पीछे कुछ प्रमुख कारण हैं:
1. तुर्की का केंद्रीय बैंक पिछले कुछ वर्षों से सोने की खरीदारी बढ़ा रहा है।
2.  देश की मुद्रा (लीरा) में अस्थिरता के कारण सरकार ने सोने को सुरक्षित निवेश माना है।
3. भू-राजनीतिक तनाव के चलते तुर्की अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सोने का उपयोग कर रहा है।

4. राष्ट्र की वित्तीय स्वतंत्रता: बड़े सोने के भंडार वाले देश अंतरराष्ट्रीय बाजार की अस्थिरता से प्रभावित नहीं होते।

वैश्विक अर्थव्यवस्था में सोने का बढ़ता महत्व

A. आर्थिक अनिश्चितताओं और मुद्रा मूल्यों में अस्थिरता के कारण सोना दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों के लिए एक पसंदीदा संपत्ति बना हुआ है।
B. मध्य पूर्वी देश, खासकर तेल समृद्ध राष्ट्र, अपने सोने के भंडार में तेजी से वृद्धि कर रहे हैं।
C.  भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक वित्तीय अस्थिरता के कारण, अर्थव्यवस्थाओं को सुरक्षित रखने में सोने की भूमिका और भी महत्वपूर्ण होती जा रही है।

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