कैसे छोटी सी दुकान से खड़ा कर दिया 23,000 करोड़ का इम्पायर? ऐसे एक आम आदमी बना बड़ा बिजनेसमैन

By Rajkumar Upadhyaya  |  First Published Nov 25, 2024, 1:10 PM IST

रफीक मलिक ने अपने पिता की छोटी-सी जूते की दुकान से 'मेट्रो ब्रांड्स' को भारत का सबसे बड़ा फुटवियर रिटेलर बनाया। जानिए उनकी सक्सेस स्टोरी।

नई दिल्ली। हर बड़ा बिजनेस एक छोटे कदम से शुरू होता है, और इसकी जीती-जागती मिसाल हैं रफीक मलिक। उन्होंने एक छोटी-सी जूते की दुकान से शुरुआत करके 'मेट्रो' ब्रांड्स को भारत के सबसे बड़े फुटवियर रिटेलर्स में बदल दिया। उनकी सक्सेस स्टोरी न सिर्फ इंस्पिरेशनल है, बल्कि यह दिखाती भी है कि मजबूत इरादा और हार्ड वर्क किसी भी सपने को हकीकत में बदल सकता है। आइए, जानते हैं रफीक मलिक की सफलता की कहानी।

पिता की दुकान संभाली, ऐसे तैयार किया बिजनेस मॉडल

रफीक मलिक का जन्म 30 अक्टूबर 1950 को मुंबई में हुआ। उन्होंने मुंबई यूनिवर्सिटी से अपनी ग्रेजुएशन पूरी की। उनके पिता, मलिक तेजानी, ने 1955 में मुंबई में एक छोटी जूते की दुकान खोली थी। यह वही दुकान थी, जिसे आगे बढ़ाने का सपना लेकर रफीक मलिक ने काम शुरू किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद रफीक ने अपने पिता के फुटवियर बिजनेस को संभालना शुरू किया। उस समय यह एक छोटा-सा स्टोर था। उन्होंने कस्टमर्स की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अपना बिजनेस मॉडल तैयार किया।

प्रीमियम फुटवियर ब्रांड में बदल दी जूते की दुकान

मेट्रो शूज को उन्होंने केवल जूते बेचने की दुकान नहीं रहने दिया, बल्कि इसे एक प्रीमियम फुटवियर ब्रांड में बदल दिया। प्रोडक्ट की क्वालिटी पर ध्यान दिया। वॉकवे, फिटफ्लॉप, और दा विंची जैसे ब्रांड्स को भी पेश किया। 2007 में दिवंगत निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने मेट्रो ब्रांड्स में 15% हिस्सेदारी खरीदी। यह साझेदारी कंपनी के विकास में मील का पत्थर साबित हुई। दिसंबर 2021 में मेट्रो ब्रांड्स ने 1,367 करोड़ रुपये का IPO लॉन्च किया। इस कदम ने कंपनी को रिटेल बाजार में मजबूती से स्थापित किया। मेट्रो ब्रांड्स के आज 160 शहरों में 700 से अधिक स्टोर्स हैं। ऑफलाइन स्टोर्स के साथ-साथ कंपनी ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई।

बेटी की अगुवाई में बुलंदियां छू रही है कम्पनी

रफीक मलिक की बेटी, फराह मलिक, मेट्रो ब्रांड्स की मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। उनके नेतृत्व में कंपनी नई ऊंचाइयों को छू रही है। फराह मलिक ने दिखाया कि फैमिली बिजनेस को मॉर्डन दृष्टिकोण से कैसे आगे बढ़ाया जा सकता है। 2023 में रफीक मलिक की संपत्ति $2.1 अरब (लगभग 17,160 करोड़ रुपये) आंकी गई। 2023 में, वह फोर्ब्स की अरबपतियों की सूची में 1,434वें स्थान पर थे और 2022 में भारत के 89वें सबसे अमीर व्यक्ति बने थे। मौजूदा समय में कम्पनी की मार्केट वैल्यू करीबन 23,000 करोड़ रुपये है।

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