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समुद्र में और ताकतवर हुआ भारत- DRDO की इस SMART मिसाइल का शानदार है लाॅग रेंज टारगेट- दुश्मनों को कर देगा तबाह

Surya Prakash Tripathi |  
Published : May 01, 2024, 05:50 PM ISTUpdated : May 01, 2024, 05:53 PM IST
समुद्र में और ताकतवर हुआ भारत- DRDO की इस SMART मिसाइल का शानदार है लाॅग रेंज टारगेट- दुश्मनों को कर देगा तबाह

सार

Supersonic Anti-submarine Missile System : 01 मई 2024 का दिन भारत के गौरवशाली इतिहास में दर्ज हो गया, क्योकि Defence Research and Development Organisation (DRDO) ने एक ऐसी सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज ऑफ टॉरपीडो (SMART) सिस्टम का सफल परीक्षण किया है, जिससे भारतीय नौसेना की ताकत कई गुना बढ़ गई है।

Supersonic Anti-submarine Missile System : 01 मई 2024 का दिन भारत के गौरवशाली इतिहास में दर्ज हो गया, क्योकि Defence Research and Development Organisation (DRDO) ने एक ऐसी सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज ऑफ टॉरपीडो (SMART) सिस्टम का सफल परीक्षण किया है, जिससे भारतीय नौसेना की ताकत कई गुना बढ़ गई है। भारतीय नौसेना अब समुद्र की गहराई में घुसकर दुश्मनों के परखच्चे उड़ाने में सक्षम हो गई है। 

 

Supersonic Anti-submarine Missile System को कहां से लॉच किया गया?
ओडिशा में बालासोर अब्दुल कलाम द्वीप के तट से बुधवार सुबह 8:35 पर स्मार्ट 03 मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। इस मिसाइल को पहले नौसेना के लिए बनाया गया था। आज इसका लैंड वर्जन का टेस्ट किया गया। इस मिसाइल की क्या खासियतें हैं आइये जानते हैं। 

Supersonic Anti-submarine Missile System क्यों बनाया गया?

  1. यह एक कैनिस्टर बेस्ड मिसाइल सिस्टम है, जो लम्बी दूरी के लक्ष्यों को भेदने की क्षमता रखता है।
  2. इसे तैयार करने का लक्ष्य था कि ऐसा सिस्टम बनाया जाए जो कम दूरी से भी टॉरपीडो को लॉन्च कर सके।
  3. इसमें एक सुपरसोनिक मिसाइल शामिल है, जो 650 किमी दूर दुश्मन की पनडुब्बियों के खिलाफ टॉरपीडो को सटीक रूप से लॉन्च कर सकती है।
  4. इसकी मिसाइल की रेंज 650 किमी. है, जो लाइटवेट टॉरपीडो को 20 किमी. तक ले जा सकती है।
  5. साथ ही 50 किग्रा. वजन का हाई एक्सप्लोसिव वॉरहेड ले जाया जा सकता है।

 

 

Supersonic Anti-submarine Missile System कैसी होती है ?

  1. स्मार्ट एक तरह की एंटी शिप मिसाइल होती है, जिसमें कम वजन का एक टॉरपीडो लगाया जाता है।
  2. इस टॉरपीडो का इस्तेमाल पेलोड की तरह होता है, इन दोनों की ताकत से ये एक एंटी सबमरीन मिसाइल बन जाती है।
  3. इससे मिसाइल को ताकत मिलती है, साथ ही टॉरपीडो की मदद से इसमें पनडुब्बी को ध्वस्त करने की क्षमता आ जाती है।
  4. सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज ऑफ टॉरपीडो (SMART) सिस्टम हाई-फाई टेक्नोलॉजी से लैस है।
  5. अपने लक्ष्य को या फिर टारगेट को भेदने में अचूक इस मिसाइल एक्सो वायुमंडलीय मिसाइल रक्षा इंटरसेप्टर है।
  6. इसका उपयोग थिएटर बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा के लिए किया जाता है, जो एजिस हथियार प्रणाली का हिस्सा है।
  7. पहले इस मिसाइल को पानी जहाज में तैनात के लिए बनाया गया था। आज इसका परीक्षण जमीन से हवा के लिए किया गया है।

 

Supersonic Anti-submarine Missile System कैसे किया जाता है लॉन्च?

  1. खास बात है कि इसकी मदद से SMART मिसाइल को युद्धक जहाज के साथ तटीय इलाकों से भी लॉन्च किया जा सकता है।
  2. यह सिस्टम लक्ष्य के नजदीक जाकर मिसाइल से टॉरपीडो रिलीज करके पानी के भीतर लक्ष्य को भेद देगा।
  3. स्मार्ट मिसाइल को एक ग्राउंड लॉन्चर से दागा जाता है।
  4. पानी की सतह से लगभग 30 मीटर ऊपर टारपीडो को छोड़ने से पहले सुपरसोनिक गति से यात्रा करते हुए इसकी पूरी रेंज को कवर किया जाता है।
  5. इसके बाद टॉरपीडो ने निर्धारित गहराई में लक्ष्य को टार्गेट किया जाता है। 
  6. स्मार्ट (Smart) सिस्टम भारतीय पनडुब्बियों और सतह के जहाजों को लंबी दूरी पर पनडुब्बियों पर सटीक हमला आसान बनाएगी।
  7. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) तथा अंतरिम परीक्षण परिषद (ITR) से जुड़े साइंटिस्टों ने इसे बहुत घातक मिसाइल बताया है।
     

 
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